Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर (Bharatpur) जिले के कुम्हेर थाना क्षेत्र में पिछले साल हुए हत्या के मामले में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल, थाना क्षेत्र के अंतर्गत डीग रोड़ पर सेत गांव स्थित पेट्रोल पंप के पास जंगल में अज्ञात युवक का शव मिला था. जिसका खुलासा करते हुए पुलिस ने सगे बुआ के लड़के को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार घटना 23 जून 2021 की है. सैंत गांव के पेट्रोल पंप के पास खेत में एक शव लहूलुहान हालत में पड़ा मिला था. जिसकी सूचना पुलिस को दी गई. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव की शिनाख्त बंटी चौधरी के रूप में की थी.


14 महिने बाद पकड़ा गया आरोपी
पुलिस ने 14 महीने के बाद बंटी के सगे बुआ के लड़के को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में आरोपी हरि मोहन ने बताया कि साथी धीरज खंडेलवाल, कमलजीत मौर्य ने बंटी चौधरी के नाम पर मेसर्स राजस्थान ट्रेडर्स नाम से एक फार्म खोली थी. वह दवाओं का व्यापार करते थे. मेसर्स राजस्थान ट्रेडर्स दिल्ली की मेसर्स न्यूटेक हेल्थ केयर कंपनी से नशीली दवाएं मंगवाते थे. नशीली दवाओं को हनुमानगढ़, अजमेर, गंगानगर, नागौर, भरतपुर, मथुरा सप्लाई करते थे.


Rajshthan: फुलेरा-डेगाना के बीच 85 प्रतिशत बिछी दूसरी रेलवे लाइन, जानें इससे क्या होंगे फायदे


दिल्ली नारकोटिक्स की टीम ने 2020 में रेड मारी
हरी मोहन और उसके साथियों ने मनीष परिहार नाम के व्यक्ति के नाम से मेसर्स यूनिवर्सल डिस्ट्रीब्यूटर्स जयपुर नाम से जयपुर में एक दूसरी फार्म खोल ली गई. हरी मोहन और उसके साथी दोनों फर्मों से भारी मात्रा में नशीली दवाएं खरीदने लगे. 1 फरवरी 2020 को मेसर्स यूनिवर्सल डिस्ट्रीब्यूटर्स जयपुर पर दिल्ली नारकोटिक्स की टीम ने रेड मार दी. नारकोटिक्स ने लाखों नशीली टेबलेट और बोतलें जब्त की, इस रेड के बाद बंटी चौधरी, पंकज परिहार, धीरज खंडेलवाल और कमलजीत जयपुर से फरार हो गए. 


सिर कुचलकर मार डाला
हरि मोहन ने नाम उजागर के डर से बंटी चौधरी के मर्डर की प्लानिंग बनाई. बंटी के मर्डर के लिए धीरज खंडेलवाल और कमलजीत ने हरी मोहन को 2 लाख 50 हजार रुपये भी दिए. जिसके बाद हरी मोहन और उसके चचेरे भाई गोपी, बंटी चौधरी को शराब पिलाने के बहाने सैंत के जंगलों में ले गए और सैंत के जंगलों में बंटी के साथ मारपीट कर पत्थर से उसके सिर को कुचल डाला जिससे उसकी मौत हो गई.


क्या कहा पुलिस ने?
कुम्हेर थानाधिकारी  हिमांशु सिंह राजावत ने बताया कि केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो कोटा के द्वारा जयपुर में वर्ष 2020 के दर्ज प्रकरण में कुख्यात तस्करो का नाम उजागर ना हो जाए, इसके भय से तस्करों ने मृतक की सगी बुआ के लड़के को रुपए का लालच देकर उसकी हत्या करवा दी और शव को सेत गांव के पास जंगल मे डाल कर फरार हो गए. मामले में हरिओम उर्फ योगी पुत्र वीरी सिह जाट निवासी कठेरा डीग को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि मेरे सहयोगी धीरज खंडेलवाल, कमलजीत उर्फ कमलजीत मौर्य मनीष परिहार ने बंटी के नाम पर थोक दवा विक्रेता की कम्पनी मैसर्स राजस्थान ट्रेडर्स खोल रखी थी. जो कि राजस्थान में नशीली दवाओं की सप्लाई दिल्ली से मंगवाकर हनुमानगढ ,गगानगर अजमेर, हनुमानगढ़, भरतपुर ,मथुरा आदि बड़े शहरों में सप्लाई करते थे. 


बंटी के पकड़े जाने पर डर और राज खुलने के भय से उन्होंने बंटी की हत्या के लिए उसके ही बुआ के लड़के हरीमोहन उर्फ योगी को ढ़ाई लाख रुपये देकर हत्या करने के लिए तैयार कर लिया. हरिमोहन और उसने अपने चचेरे भाई गोपी ने मिलकर  शराब पीने की कहकर उसे बाइक से ले गए और उसकी हत्या कर शव को जंगल में फेक दिया. पुलिस घटना में लिप्त अन्य आरोपियो को भी पकड़ने का प्रयास कर रही है.


Ramdevra Fair: राजस्थान में मशहूर रामदेवरा मेले की शुरुआत, DM टीना डाबी ने की समाधि की पूजा