Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर जिले के नगर और पहाड़ी क्षेत्र में स्थित भगवान श्री कृष्ण की लीला स्थली जहां धार्मिक महत्व की पहाड़िया स्थित है. इन पहाड़ियों पर खनन कार्य हो रहे हैं. जिसको बंद कराने की मांग को लेकर संत बाबा हरी बोल दास ने मुख्यमंत्री आवास के सामने 19 जुलाई को आत्मदाह की चेतावनी दे रखी थी. बाबा हरि बोल दास की आत्मदाह की चेतावनी को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर आज कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह भरतपुर पहुंचे और साधु-संतों से वार्ता की. मंत्री और साधु-संतों की वार्ता लगभग दो घंटे चली और वार्ता सकारात्मक रही. जिसके बाद संत ने बताया कि वह आत्मदाह नहीं करेंगे. 


19 जुलाई को दी थी आत्मदाह की चेतावनी
दरअसल, साधु संतों की मांग है कि आदि बद्री धाम और कनकाचल पर्वत पर हो रहे खनन कार्यों को बंद किया जाए. क्षेत्र को वन क्षेत्र घोषित किया जाए जिससे खनन कार्य नहीं हो सके. मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने साधुओं को आश्वासन दिया कि सरकार इस पूरे क्षेत्र को बंद क्षेत्र घोषित कर देगी. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री आवास के सामने 19 जुलाई को आत्मदाह करने की चेतावनी देने के बाद संत बाबा हरि बोल दास ने 2 दिन पहले अपना मुंडन और पिंड दान भी कर दिया था. मुख्यमंत्री के निर्देश पर कैबिनेट मंत्रियों साधु संतों की वार्ता सकारात्मक रही और उसके बाद साधु संतों ने फैसला लिया की मुख्यमंत्री आवास के सामने जो आत्मदाह की योजना थी वह फिलहाल निरस्त की जाती है. 


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क्या कहना है मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने?
मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि आज की वार्ता सकारात्मक रही. फिर से साधु संतों के साथ वार्ता की जाएगी. साधु संतों की मांग है खनन क्षेत्र को वन क्षेत्र घोषित किया जाए. उसकी प्रक्रिया बात करने के बाद आज रात तक बता दी जाएगी. सरकार खनन इलाके के पर्यटन स्थल बनाना चाहती है. खनन इलाके में पैसा लगाकर डेवलप किया जाएगा. दूसरी तरफ आत्मदाह करने से कोई हल नहीं निकलता. जिसको लेकर वार्ता की गई है. वार्ता में साधु संतों ने आश्वासन दिया है की जब तक वार्ता सकारात्मक चल रही है तब तक कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाया जाएगा.  


बंद किए जाए खनन कार्य
वार्ता में शामिल संत गोपेश विष्णु दास ने कहा कि हमारा आंदोलन काफी समय से चल रहा है. जिसमें यह मांग की जा रही है कि इन पर्वतों से खनन कार्य बंद किया जाए. कैबिनेट मंत्री के साथ वार्ता हुई है जो सकारात्मक है. मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के आश्वासन के बाद हम आत्मदाह के प्लान को निरस्त करते हैं. 


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