Bharatpur: अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान ढाई साल के मासूम की मौत, परिजन बोले- 'डॉक्टर के इंजेक्शन के बाद...'
Bharatpur News: निजी अस्पताल में ऑपरेशन से पहले कान्हा के बेहोशी का इंजेक्शन लगाया था, जिसके बाद से उसकी तबीयत बिगड़ गई, इलाज के दौरान विगत शुक्रवार को कान्हा की जयपुर में मौत हो गई.
Bharatpur News Today: राजस्थान के भरतपुर जिले के एक निजी अस्पताल में एक ढाई वर्षीय मासूम को हर्निया के ऑपरेशन के लिए भर्ती कराया गया था. अस्पताल में ऑपरेशन से पहले बच्चे को बेहोश करने के लिए एक इंजेक्शन लगाया गया. इंजेक्शन लगाने के थोड़ी देर बाद डॉक्टर ने बच्चे को जयपुर के लिए रेफर कर दिया है. बच्चे के परिजन जब उसको लेकर जयपुर अस्पताल पहुंचे तो वहां के डॉक्टर ने बच्चे का ब्रेन डेड घोषित कर दिया और यहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई.
दरअसल, पांच मार्च को उत्तर प्रदेश के कौंथरा गांव के रहने वाले हरी सिंह ने अपने भाई के बेटे कान्हा को भरतपुर के गोविंद गुप्ता हॉस्पिटल में हर्निया के ऑपरेशन के लिए भर्ती कराया था. निजी अस्पताल में ऑपरेशन से पहले कान्हा के बेहोशी का इंजेक्शन लगाया गया था. जिसके बाद से उसकी तबीयत बिगड़ गई थी. जिसे डॉक्टर द्वारा जयपुर रेफर कर दिया गया. जब परिजन कान्हा को लेकर जयपुर पहुंचे तो डॉक्टर ने कहा की इसका ब्रेन डेड हो गया है. इलाज के दौरान शुक्रवार (8 मार्च) को कान्हा की जयपुर में मौत हो गई.
पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया
परिजन जयपुर से भरतपुर पहुंचे और मथुरा गेट थाने में मामला दर्ज कराया. पुलिस ने कर शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया था आज सुबह पुलिस भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में शनिवार को 22 महीने के कान्हा के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है. पुलिस ने मामले की जांच कर रही है.
क्या कहना है परिजन का
मृतक कान्हा के ताऊ हरी सिंह निवासी कौंथरा जिला मथुरा उत्तर प्रदेश ने बताया कि वह 5 मार्च को अपने भाई अजीत के साथ उसके बेटे कान्हा का हर्निया का ऑपरेशन कराने के लिए कान्हा को गोविंद गुप्ता हॉस्पिटल लेकर आये. ऑपरेशन से पहले हॉस्पिटल में 5 हजार रुपये जमा करवाए गए. जिस समय कान्हा को भर्ती किया गया वह बिल्कुल स्वस्थ था. करीब 5 बजे कान्हा को ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर में ले लेकर गए थे .
डॉक्टर ने बताया
ऑपरेशन थियेटर में डॉक्टर ने बच्चे को बेहोश करने के लिए पहले हाथ में बाद में रीढ़ की हड्डी में इंजेक्शन लगाया. रीढ़ की हड्डी के पास इंजेक्शन लगते ही, कान्हा की आंखें खुली की खुली रह गईं. शीशे में से बच्चे के ताऊ हरी सिंह यह पूरी घटना देख रहे थे. ऑपरेशन थिएटर के अंदर स्टाफ बच्चे के सीने को दबा रहे थे. तब डॉक्टर ने बताया की, बच्चे का माइंड काम करना बंद कर दिया है. इसे तुरंत जयपुर लेकर जाओ. बच्चे को तुरंत जयपुर लेकर गए .
शुक्रवार को कान्हा की मौत हो गई
कान्हा को जयपुर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. जहां डॉक्टर ने बताया की, बच्चे का ब्रेन डेड हो चुका है. बचने की संभावना बहुत कम है. शुक्रवार को दोपहर कान्हा की मौत हो गई. जिसके बाद उसके शव को रात 9 बजे भरतपुर के आरबीएम अस्पताल लाया गया और शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया. निजी अस्पताल संचालक के खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है.
क्या कहना है पुलिस का
मथुरा गेट थाना प्रभारी करण सिंह राठौर ने कहा कि उत्तर प्रदेश के गांव कौंथरा निवासी ढाई वर्षीय बच्चे को निजी अस्पताल में हर्निया के ऑपरेशन के लिए भर्ती कराया था जिसे यहां से जयपुर रेफर किया था मगर उसकी मौत हो गई. परिजनों ने मथुरा गेट थाने में अस्पताल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और पुलिस ने जिला अस्पताल में बच्चे के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया है.
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