Rajasthan Bharatpur no Food in Girls Hostel: राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर (Bharatpur) शहर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की तरफ से संचालित राजकीय कन्या महाविद्यालय छात्रावास में रह रही छात्राओं को घर जाने के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं. छात्रावास अधीक्षक ने बृहस्पतिवार सुबह छात्राओं को कह दिया कि खाने का जो बजट (Budget) था वो अप्रैल तक का था. अब खाना उपलब्ध कराने के लिए रुपए नहीं हैं. जैसे ही छात्रावास अधीक्षक ने सभी छात्राओं को कह दिया की छात्रावास में खाने का बजट खत्म हो गया है इसलिए आप अपने घर के लिए निकल जाएं. इस बात को लेकर छात्रावास (Hostel) में रह रही छात्राओं ने विरोध शुरू कर दिया. छात्राओं को सुबह खाना भी नहीं दिया गया.
छात्राओं ने कही ये बात
छात्राओं ने कहा कि इस बार हमारे कॉलेज की परीक्षाएं देरी से हो रही हैं. इस बार परीक्षा जुलाई तक चलेंगी, तब तक हमको परीक्ष की तैयारी के लिए हॉस्टल में ही रहना होगा. लेकिन आज हमको खाना नहीं दिया गया है और घर जाने के लिए कह दिया गया है. अब अगर सरकार की तरफ से इन छात्राओं के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया तो उनको 3 से 4 हजार रुपये महीने का किराए का मकान लेकर रहने को मजबूर होना पड़ेगा.
क्या बोले अधिकारी
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारियों ने बताया की प्रदेश में सामाजिक अधिकारिता एवं सामाजिक न्याय विभाग की तरफ से संचालित अनुसूचित जाति, जनजाति देवनारायण सहित छात्रावास में 30 अप्रैल तक खाने और रहने का बजट आता है. विभाग की तरफ से फिर भी 31 मई तक रहने और खाने का इंतजाम किया गया है. अब खाना बनाने के लिए राशन सामग्री नहीं है, बजट है नहीं कहां से खाने का इंतजाम करें. जानकारी के अनुसार प्रदेश में लगभग 800 हॉस्टल्स में रहकर छात्राएं पढ़ाई करती हैं.
जल्द करा दिया जाएगा इंतजाम
छात्राओं के विरोध की सूचना पर उपजिला कलेक्टर देवेन्द्र परमार मौके पर पहुंचे और उन्होंने कुछ छात्राओं को अन्य छात्रावास में भिजवा दिया है. उन्होंने बताया कि जिला कलेक्टर को छात्राओं की समस्या से अवगत करा दिया गया है जल्द ही छात्राओं के रहने और खाने का इंतजाम करा दिया जाएगा.
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