Central GST Department Action in Ajmer: राजस्थान (Rajasthan) के अजमेर (Ajmer) में सेंट्रल जीएसटी (GST) विभाग ने बड़ा एक्शन लिया है. विभाग ने यहां फर्जी दस्तावेजों से जीएसटी का रजिस्ट्रेशन करवाकर करोड़ों की जीएसटी चोरी करने वाली फर्जी फर्मों के रैकेट का खुलासा किया है. जिले के किशनगढ़ (Kishangarh) क्षेत्र में ऐसी 101 फर्में पकड़ी गई हैं. इनमें 20 फीसदी ऐसी हैं जिनमें पता तो सही निकला लेकिन मौके पर फर्म किसी दूसरे नाम से मिली. वहीं, 80 फीसदी ऐसी हैं जिसमें पता ही गलत निकला. मौके पर खाली प्लॉट, सरकारी दफ्तर और बंद पड़ी दुकानें निकली. इन फर्मों (Firms) के द्वारा 350 करोड़ के फर्जी बिल जारी किए गए हैं. 60 करोड़ से ज्यादा का गलत इनपुट क्रेडिट लिया गया है.


देश की सबसे बड़ी कार्रवाई
सीजीएसटी विभाग का दावा है कि देश में इस तरह की यह सबसे बड़ी और राज्य की पहली कार्रवाई है, जिसमें व्यापक पैमाने पर फर्जी फर्में एक साथ पकड़ी गई हैं. इस मामले में अरबों की जीएसटी चोरी का खुलासा होगा. प्रधान आयुक्त सीपी गोयल के आदेश पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया था.


सरकारी कार्यालय के नाम-पते से बना ली फर्जी कंपनी
सीजीएसटी विभाग की प्रारंभिक जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. सामने आया कि 101 फर्जी फर्मों में से एक फर्म का पता किशनगढ़ में सरकारी कार्यालय का निकला. इस पते पर जब टीम पहुंची तो पता लगा कि यहां 1979 से केंद्र सरकार के वस्त्र मंत्रालय के आयुक्त का कार्यालय संचालित है. करीब 60 फर्में ऐसी हैं जिनके रजिस्ट्रेशन दूसरे राज्यों में भी हैं. इनमें से अधिकतर फर्मों के नाम-पते फर्जी हैं. मौके पर टीमें पहुंची तो खाली प्लॉट, बंद पड़ी दुकानें और सरकारी भूखंड होने की जानकारी मिली. इसी तरह 41 फर्में ऐसी हैं जिनके नाम-पतों पर दूसरी फर्म संचालित हैं.


कई राज्यों में फैले हैं तार
स्क्रैप, लैड बैटरी, आयरन, स्टील, कॉपर, स्क्रैप, प्राइमरी सेल, सीमेंट, टाइल्स और पाइप फिटिंग की इन फर्जी फर्मों के रैकेट के तार देशभर के कई राज्यों से जुड़े हैं. 1000 से ज्यादा फर्में ऐसी हैं, जो मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, केरल सहित अन्य राज्यों में होने की जानकारी विभाग को मिली है. अजमेर के सीजीएसटी विभाग से विभिन्न राज्यों के सीजीएसटी अफसर लगातार संपर्क कर रहे हैं.


महीने का टर्नओवर 100 करोड़ से ज्यादा
101 में से कई फर्में ऐसी हैं जिनका महीने का टर्नओवर 100-100 करोड़ से ज्यादा होना सामने आया है. इन फर्मों ने कितना टैक्स चोरी किया है, इसका आंकलन किया जा रहा है. ऐसी फर्जी फर्मों का रजिस्ट्रेशन निरस्त होगा. नोटिस जारी कर टैक्स और जुर्माना वसूला जाएगा.


6 टीमों ने दिया कार्रवाई को अंजाम
उपायुक्त सुनीता वर्मा के निर्देशन में अधीक्षक नाथूलाल जैन, गोपाल सावनानी, कैलाश काबरा, दिलीप अग्रवाल, विनोद मेहरा, आशुतोष के नेतृत्व में टीमें गठित की गई थी. प्रत्येक टीम में निरीक्षक भी शामिल थे. निरीक्षक मनोज जैन, धीरेंद्र भाटी, राहुल यादव, देवांषु खांडल, राकेश गर्ग, आशुतोष, नितिन भी टीम में शामिल थे. इन टीमों ने सभी जगह एक साथ कार्रवाई को अंजाम दिया. 3 दिन में 101 फर्मों का फिजिकल वैरिफिकेशन किया तो सभी फर्मों का फर्जी होना सामने आया.


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