Rajasthan News: राजस्थान की चित्तौड़गढ़ पुलिस (Chittorgarh Police) ने गांजा (Hemp) सप्लाई की बड़ी चैन को ब्रेक कर दिया है. पुलिस इसमें राजस्थान के सबसे बड़े गांजा सप्लायर को 1600 किलोमीटर दूर से गिरफ्तार कर लाई है. बड़ी बात यह है कि गांजा सप्लायर ने 4 से 5 साल के बीच 5,000 किलो गांजा राजस्थान में सप्लाई किया है. आरोपी कई मामलों में पिछले 5 साल से फरार था. पुलिस भी लगातार इसका पीछा कर रही थी. जैसे ही पुलिस को आरोपी की सप्लाई चेन का पता चला तो कड़ी से कड़ी मिलाते हुए पुलिस आरोपी तक पहुंची और उसे दबोच कर चित्तौड़गढ़ लेकर आई. पूछताछ में आरोपी ने कई बड़े खुलासे किए, जैसे कितनी बार, कितनी तरह से गांजा सप्लाई किया और गांजे को परिवहन के दौरान किस तरह से छुपाया यह भी बताएं.
आरोपी किया गया गिरफ्तार
एसपी राजन दुष्यंत ने बताया कि रवि करोल नाम के गांजा सप्लायर को टीम ने गिरफ्तार किया है. रवि करोल आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में रहने वाला है. टीम को सूचना मिली थी कि रवि विशाखापट्टनम-उड़ीसा बॉर्डर पर आ रहा है. टीम वहां पहुंची और उसे दबोच लिया और फिर चित्तौड़गढ़ लेकर आए. जांच में सामने आया कि उसके विरुद्ध अन्य राज्यों में भी मादक पदार्थ तस्करी के मामले दर्ज हैं. पुलिस के अनुसार मादक पदार्थ तस्करी से जुड़े लोग बेरोजगारों को लालच देकर जाल में फंसाते हैं. उड़ीसा, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना से छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के रास्ते गांजा लाकर मुंह मांगे दाम पर बेचकर मुनाफा कमाते हैं. 10 जनवरी को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की जोधपुर और सीआईडी सीबी की जयपुर टीम ने चित्तौड़ शहर के बाहर टोल नाके पर ट्रक से 279 किलो 650 ग्राम गांजा पकड़ा था. रवि करोला इसी मामले में वांछित है.
सस्ता गांजा खरीद महंगे में करते थे सप्लाई
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उड़ीसा विशाखापट्नम बॉर्डर के सघन वन क्षेत्र में गांजे की खेती करने वालों से एक हजार रुपए किलो में गांजा खरीदकर तस्करों को तीन हजार रुपए प्रति किलो में बेच देता है. फिर इन्हीं के जरिये राजस्थान में लाकर इसे 10 से 12 हजार रुपए किलो में बेचते हैं. रवि ने बताया कि ट्रक में चेंबर बनाकर सीट के नीचे गैस टंकी के अंदर या अन्य गुप्त जगह गांजा छिपाते हैं.