Bikaner Solar Power Plant: बीकानेर में बन रही बिजली से जगमग हुए महाराष्ट्र के कई जिले, पानी की जगह 'रोबोट' से हो रहा काम
Bikaner News: राजस्थान में कई बड़ी कंपनियों ने सोलर प्लांट लगाए हैं . यहां बंजर जमीन पर प्लांट लगने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा और अन्य प्रदेशों को भरपूर मात्रा में बिजली मिली रही है.
Bikaner Solar Energy: राजस्थान में कई जिलों में तेज हवाएं चलती हैं और वहां पर पानी का संकट है. इन जिलों में न तो रोजगार मिल पा रहा और न ही उन क्षेत्रों में कोई काम हो रहा है. ऐसे में अब इन सूखी और रेतीली बंजर पड़ी जमीन पर बिजली बन रही है, जिससे राजस्थान के बाहर के राज्यों के कई शहर रोशन हो रहे हैं. इसका नतीजा यह हुआ कि उन बंजर पड़े क्षेत्रों में रोजगार और काम दोनों तेज से बढ़ रहा है. बीकानेर में टाटा पावर ने दो बड़े सोलर पावर प्लांट शुरू किये हैं. नूरसर में स्थित इन प्लांट ने लाखों लोगों की जिंदगियों को रोशन किया है.
मुंबई की नॉन-कार्बन आपूर्ति को दोगुना कर दिया है और केरल के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को पूरा करने में योगदान दिया है. इससे बीकानेर में करीब सैकड़ों लोगों को रोजगार भी मिला है. गांव में कौशल विकास के तहत स्थानीय लोगों को ट्रेंड किया जा रहा है. बीकानेर के नूरसर में सोलर ऊर्जा का काम चल रहा है. दरअसल पर्याप्त पानी की उपलब्धता सोलर प्लांट के सामने बड़ी चुनौती होती है. एक सोलर पैनल की सफाई करने में एक लीटर पानी खर्च हो जाता है. ऐसे में पांच लाख सोलर पैनल को साफ करने में पांच लाख लीटर पानी खर्च होता है.
ऐसे हो रहा है काम
यहां पर टाटा ने पानी से सफाई की जगह रोबोट जैसी मशीन का उपयोग कर रही है. जिससे वहां पर पानी की बचत हो रही है और धीरे-धीरे हरियाली भी बढ़ रही है. दरअसल पैनल पर छाया होने से बिजली उत्पाद प्रभावित होती है. इसलिए पैनल की सफाई बेहद जरुरी होती है. बीकानेर के नूरसर में सब कुछ बदलने लगा है. 225 मेगावाट का यह नूरसर सोलर प्लांट मुंबई शहर के लिए वरदान बनता जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस प्लांट पर हर साल 520 एमयू शुद्ध ऊर्जा का विनिर्माण किया जाता है. इस बदलाव से लाखों मुंबईकर को शुद्ध बिजली मिल रही है और उनके कार्बन फुटप्रिंट को भारी मात्रा में कम किया गया है.
110 मेगावाट का प्लांट सालाना 250 एमयू बिजली उत्पन्न करता है. यह हाइब्रिड परियोजना ग्रिड स्थिरता को सुनिश्चित करके सौर ऊर्जा को जोड़ती है और अधिक विश्वसनीय बिजली की आपूर्ति करती है. नूरसर सोलर फार्म अपने पैमाने, दक्षता और स्थिरता के लिए जाना जाता है. इसमें सालाना लगभग 520 एमयू ऊर्जा उत्पन्न करने की उम्मीद है.