Rajasthan News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति तेज हो गई है. जहां एक तरफ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, इस पर चर्चा छिड़ी हुई है, वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष भी इसपर सुझाव दे रहा है. विपक्ष के लिए चुनौती बड़ी है. किस नेता को जिम्मेदारी दी जाए यह भी अभी साफ नहीं हुआ है. सूत्रों की मानें तो चूरू के विधायक और सदन में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ का नाम इस रेस में सबसे आगे है. पार्टी उनके नाम पर मुहर लगा चुकी है. बस कुछ दिनों में घोषणा कर देगी.
सदन में पार्टी के पास कई नेता हैं, लेकिन राजेंद्र राठौड़ 7 बार से विधायक रहे हैं और प्रखर वक्ता के तौर पर जाने जाते हैं. संगठन से लेकर सरकार तक कई भूमिका अदा कर चुके हैं. ऐसे में बीजेपी के नेतृत्व इनके पर सहमत है. पिछले की दिनों से सदन से लेकर पार्टी में भी इनके नाम पर चर्चा तेज है.
पिछले दिनों चर्चा में रहे राठौड़
जब 25 सितंबर 2022 को कांग्रेस के विधायकों के इस्तीफा देने का मामला सामने आया तो उस दौरान भी सरकार को कोर्ट तक ले जाने वाले राजेंद्र राठौड़ ही थे. उस मामले को लेकर कई बार कोर्ट में बहस हुई. हाईकोर्ट में राठौड़ की ही याचिका पर सुनवाई हुई. इसी सुनवाई से पूरी तस्वीर साफ हो पाई की वाकई में इस्तीफे दिए गए हैं या नहीं. जब इस्तीफा देने वालों विधायकों के नाम सामने आए, इससे पता चल सका कि कौन इसमें नहीं शामिल हैं. राजस्थान की ही राजनीति में नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों की राजनीतिक गलियारे में भी राठौड़ का नाम सुर्खियों में आ गया था.
शांति धारीवाल ने भी की ये मांग
राजस्थान विधानसभा में जब गुलाब चंद कटारिया का विदाई समारोह हो रहा था तो उस दौरान संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि मेरी मांग है कि सदन में नेता प्रतिपक्ष उसे बनाया जाए जिससे हम कुछ सीख सकें. इस दौरान मंत्री के ठीक सामने राजेंद्र राठौड़ बैठे थे. अपनी सीट पर बैठे राठौड़ मुस्कराने लगे.
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