Lok Sabha Election 2024: राजस्थान BJP में फंस गया मामला! सांसद का टिकट कटने से इन दो नेताओं की दावेदारी 'होल्ड'
Lok Sabha Election 2024: चूरू सीट से मौजूदा सांसद राहुल कस्वां का बीजेपी ने टिकट काट दिया है. सूत्रों ने बताया कि इसको लेकर कस्वां काफी नाराज हैं. ऐसे में पार्टी अब फूंक-फूंककर कदम उठा रही है.
Rajasthan Lok Sabha Election 2024: राजस्थान में टिकट बंटवारे को लेकर हलचल जारी है. इस बीच उठी बगावत की आवाज ने BJP की टेंशन बढ़ा दी है. सूत्रों ने बताया कि बीजेपी के नेता राहुल कस्वां टिकट कटने से काफी नाराज हैं. उन्होंने कहा कि राहुल कस्वां के चक्कर में राजेंद्र राठौड़ का टिकट अटक गया है. ऐसे में इन दोनों नेताओं के चक्कर में सतीश पूनिया का टिकट होल्ड हो गया है.
सूत्रों ने कहा कि नेताओं की आपसी लड़ाई में पार्टी बीच का रास्ता निकालने में जुटी है. मंथन के लिए आलाकमान ने बुधवार (6 मार्च) को प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को बैठक के लिए बुलाया.
सूत्रों की मानें तो इस पूरे प्रकरण के चक्कर में राजस्थान में संगठन के अंदर जाट वर्सेस राजपूत जैसी स्थिति पैदा होती जा रही है. इससे बचने के लिए बीजेपी कुछ बड़े कदम उठा सकती है.
बता दें कि बीजेपी ने पिछले दिनों राजस्थान की 25 सीटों में से 15 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी. इस लिस्ट में राजस्थान की चूरू सीट से मौजूदा सांसद राहुल कस्वां का टिकट काट दिया गया. बीजेपी ने चूरू सीट से पैरालंपिक में दो बार गोल्ड मेडल जीतने वाले देवेंद्र झाझरिया को उम्मीदवार बनाया है.
राहुल कस्वां ने बयां किया दर्द
टिकट कटने पर कस्वां ने खुलेआम दर्द बयां किया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि आखिर मेरा गुनाह क्या था. राहुल कस्वां ने 3 मार्च को लिखा, ''राम-राम मेरे चूरू लोकसभा परिवार! लेकर विश्वास-पाकर आपका साथ, देकर हर संकट को मात, ध्येय मार्ग पर बढ़ते जाएंगे, उत्थानों के शिखर चढ़ते जाएंगे. आप सभी संयम रखें. आगामी कुछ दिन बाद आपके बीच उपस्थित रहूंगा, जिसकी सूचना आपको दे दी जाएगी.
साथ ही उन्होंने कहा, ''आखिर मेरा गुनाह क्या था...? क्या मैं ईमानदार नहीं था? क्या मैं मेहनती नहीं था? क्या मैं निष्ठावान नहीं था? क्या मैं दागदार था? क्या मैंने चूरू लोकसभा में काम करवाने में कोई कमी छोड़ दी थी? मा. प्रधानमंत्री जी की सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में, मैं सबसे आगे था. और क्या चाहिए था? जब भी इस प्रश्न को मैंने पूछा, सभी निरुत्तर और निःशब्द रहे. कोई इसका उत्तर नहीं दे पा रहा. शायद मेरे अपने ही मुझे कुछ बता पाएं...''