BJP CM Name Announcement: राजस्थान में बंपर जीत के बाद अब मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन लगातार जारी है. वहीं इस बीच दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. इस मीटिंग के दौरान वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह भी उनके साथ रहे. डेढ़ घंटे चली इस बैठक को राजस्थान के मौजूदा सियासी हालात को देखते हुए काफी अहम माना जा रहा है.
पॉजिटिव मैसेज देने की कोशिश
जेपी नड्डा के आवास से निकलते समय वसुंधरा राजे मुस्कुराते हुए दिखाईं दीं. साथ ही मीडिया की तरफ उन्होंने हाथ भी हिलाया. वहीं मीटिंग के बाद पूर्व सीएम का हावभाव काफी सकारात्मक रहा. बैठक से निकलते समय मीडिया के सामने वसुंधरा राजे पॉजिटिव और कॉन्फिडेंट दिखने का भी प्रयास करती नजर आईं. उनके इस रिएक्शन के बाद दिल्ली से लेकर जयपुर तक सियासी हलकों में कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं. यहां ये बताना जरूरी हो जाता है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की रेस में वसुंधरा राजे का नाम सबसे मजबूत माना जाता रहा है.
बेटे पर बाड़ेबंदी के आरोप
वहीं दूसरी तरफ वसुंधरा राजे के सिंधिया के बेटे और सांसद दुष्यंत सिंह पर कई बीजेपी विधायकों की बाड़ेबंदी के भी आरोप लगे हैं. ऐसे में ये काफी देखना काफी अहम हो जाता है कि पार्टी क्या एक बार फिर वसुंधरा के नाम पर मुहर लगाएगी या फिर पार्टी का प्लान प्रदेश में नई लीडरशिप को तैयार करना है. इस बीच ये जानना भी काफी अहम है कि बीजेपी विधायक दिल्ली में सीएम राजे से मिलने पहुंचे हैं.
'राजे को नहीं कर सकते इग्नोर'
वहीं कई सियासी जानकारों का ये भी मानना है कि राजस्थान में वसुंधरा राजे को इग्नोर करना इतना आसान नहीं है. कई जानकारों का कहना है कि बतौर सीएम राजस्थान में बीजेपी के पास वसुंधरा राजे के बराबर के कद को कोई और नेता मौजूदा दौर में नहीं है.
इन नेताओं को नाम भी रेस में
हालांकि राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में वसुंधरा राजे के अलावा केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखवात, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और पूर्व सांसद और वर्तमान में तिजारा विधायक बाबा बालकनाथ का नाम भी जोरों शोरों पर है. अब देखना होगा कि राजस्थान में अब मुखिया कौन होगा.
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