Rajasthan Politics: उदयपुर में BJP की जन आक्रोश रैली में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन, नेताओं ने पहने कांग्रेस मंत्रियों के मुखौटे
Rajasthan: सरकार की नाकामी को जनता के सामने लाने के लिए निकाली जा रही जन आक्रोश रैली में बीजेपी के कार्यक्रताओं ने कांग्रेस मंत्रियों और नेताओं के मुखौटे पहने जो विवादों में रहे और विवादित बयान दिए.
Jan Akrosh Yatra: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की जन आक्रोश रैली निकाली जा रही है. इसमें सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी क्रम में उदयपुर में जन आक्रोश रैली में बीजेपी नेताओं और कार्यक्रताओं ने अनोखे तरीके से प्रदर्शन किया. इसमें कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार के मंत्रियों के मुखौटे पहने और शहर में निकले. यही नहीं राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने तो सभी को नमूना कहकर संबोधित किया.
उन मंत्रियों के मुखोटे पहने जो रहे विवादों में
राज्य सरकार की नाकामी को जनता के सामने लाने के लिए निकाली जा रही जन आक्रोश रैली में बीजेपी के कार्यक्रताओं ने उन कांग्रेस मंत्रियों और नेताओं के मुखौटे पहने जो विवादों में रहे और विवादित बयान दिए. इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, मंत्री अशोक चांदना, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, प्रमोद भाया, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और सचिन पायलट के मुखोटे पहने. कार्यक्रताओं ने अपने सीने पर पोस्टर भी लगाए. सीएम अशोक के पोस्टर पर लिखा 'भ्रष्टाचारियों का सरदार', सचिन पायलट के लिए लिखा 'मैं हूं गद्दार', सीपी जोशी के लिए लिखा ' इस्तीफा अस्वीकार है. शांति धारीवाल के लिए लिखा 'अपना काम बनता, भाड़ में जाए जनता', खाचरियावास के लिए लिखा 'मैं गहलोत का गुलाम हूं' सहित अन्य के लिए इसी प्रकार बैनर लगाकर घूमें.
40 साल में ऐसी राजनीति नहीं देखी- कटारिया
गुलाब चंद कटारिया ने कहा इन्होंने इस बार जिस तरह से राजस्थान के लोकतंत्र को गिराया है, ऐसा मैंने मेरी 40 साल की राजनीति में नहीं देखा. सीएम अशोक गहलोत जिस तरह से मौन धारण कर बैठे हैं, उनके मंत्री चाहे जो बकवास कर रहे हैं, जो चाहे बयान दे रहे हैं, वो ना बोलने की स्थिति में है और ना इन्हें रोकने की स्थिति में है. इधर हमारे स्पीकर (सीपी जोशी) को सभी एमएलए ने त्यागपत्र दे दिया, हमारे विधान में है कि कोई इच्छा भी जाहिर करता है तो त्यागपत्र स्वीकार हो जाता है. इच्छा की बजाए सभी ने लिखकर त्यागपत्र दिया है, जो मंत्री काम कर रहे है, विभिन्न बोर्डों में लगे है वह नियम के विरुद्ध काम कर रहे हैं. इसी कारण हाइ कोर्ट ने नोटिस भेजा है. इसलिए इन नमूनों (मंत्रियों नेताओं के मुखौटे) पेश किया है. शांति धारीवाल कहते हैं कि 'राजस्थान में रेप इसलिए होता है क्योंकि मंर्दो का प्रदेश है' मैं सोचता हूं राजस्थान का इससे ज्यादा अपमान नहीं हो सकता है.