Rajasthan Politics: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सियासत गर्म हो गई है. बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी शशिकांत शर्मा के बीच सोशल मीडिया पर जंग छिड़ी है. दोनों की इस तकरार के बीच बीजेपी और कांग्रेस के समर्थक भी वाद-विवाद कर रहे हैं.


इस बात पर शुरू हुआ विवाद
दरअसल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को इंदिरा रसोई योजना के तहत 512 नई कैंटिन की शुरूआत की. अब राजस्थान में कुल 870 रसोई संचालित हो रही है. रसोई के नाम को लेकर बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने सवाल उठाया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "राजस्थान में जब बीजेपी की सरकार थी तब अन्न की देवी मां अन्नपूर्णा के नाम पर जनता को 8 रुपए में भोजन की थाली योजना शुरू की गई थी. 3 साल 10 महीने तक चली उस योजना को बंद कर अब कांग्रेस सरकार ने उसे इंदिरा गांधी जी के नाम पर शुरू किया है." 


सीएम ओएसडी ने किया पलटवार
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी शशिकांत शर्मा ने भारद्वाज के सवाल पर पलटवार करते हुए जवाब दिया, "संभवत: आपको जानकारी नहीं है. इंदिरा रसोई योजना दो साल से भी अधिक समय से चल रही है. कहीं खड़ा होकर खाना खाने से अच्छा है एक स्वच्छ स्थान पर बैठकर भोजन करना. आज प्रदेश में पूर्व में चल रहीं 358 रसोइयों के साथ 512 नई रसोइयां शुरू की हैं. आप भी जाकर भोजन करें." जवाब में भारद्वाज ने कहा कि जरूर भोजन करूंगा, लेकिन क्या इंदिरा जी मां अन्नपूर्णा से भी बड़ी हो गईं.


'भारत की हर मां अन्नपूर्णा'
कांग्रेस के सहसचिव रहे शशिकांत शर्मा ने कहा, "भारत की हर मां अन्नपूर्णा है. पाकिस्तान के दो टुकड़े कर भारत का दुनिया में नए सिरे से वर्चस्व स्थापित करने वाली इंदिरा गांधी भी इस देश की लाखों माताओं में से एक हैं जिन पर हमें गर्व है. उनके नाम पर जरुरतमंदों के लिए रसोई खुलने पर आपको ऐतराज कैसा? वोट के लिए हिंदुत्व की राजनीति करने वाली बीजेपी सरकार ने उत्तराखंड त्रासदी में प्राण गंवाने वाले श्रद्धालुओं के परिजनों को कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदत्त नौकरी से निकालने का पाप किया. क्या उत्तराखंड में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के प्रति बीजेपी सरकार की कोई संवेदनाएं नहीं थीं."


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