राजस्थान में 70 साल से अधिक उम्र के नेताओं को BJP ने दिया मौका, मदन राठौड़ समेत इन नेताओं के नाम शामिल
Rajasthan Politics: बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के बाद बड़ी जिम्मेदारी पर उम्रदराज नेताओं को रखा हैं, जिसमें बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, प्रदेश प्रभारी डॉ राधामोहन दास अग्रवाल की भी नियुक्ति हुई हैं.
Rajasthan BJP Politics: राजस्थान में लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी कई बड़े बदलाव कर चुकी है. चार बड़ी नियुक्ति हुई है, जिसमें सभी की उम्र 70 साल से अधिक है. जबकि, पिछली बार राजस्थान में जब सतीश पूनियां को बीजेपी अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और सीपी जोशी को अध्यक्ष बनाया गया था तब सबकी उम्र 60 साल से कम थी.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, प्रदेश प्रभारी डॉ राधामोहन दास अग्रवाल की नियुक्ति हुई है. ये दोनों ही 70 साल की उम्र के हैं. वहीं, राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश माथुर को सिक्किम का राज्यपाल बनाया गया है, जिनकी उम्र 72 साल है. राजस्थान के नवनियुक्त राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े की उम्र 78 साल है.
राजस्थान में बड़ी जिम्मेदारी पर उम्रदराज
बीजेपी ने अब लोकसभा चुनाव के बाद बड़ी जिम्मेदारी पर उम्रदराज नेताओं को रखा है. सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में ज्यादातर उम्रदराज नेता सरकार के लिए दबाव बना रहे थे. इसलिए पार्टी ने अनुभवी और उम्रदराज लोगों को यहां पर एक साथ जिम्मेदारी दी है, जिससे सरकार आसानी से चलती रहें. इसके साथ ही बीजेपी के लोगों में ये संदेश दिया जाए कि पार्टी में उम्रदराज लोगों की बड़ी अहमियत है. उम्रदराज लोगों के साथ युवाओं की टीम दिख सकती है. इसलिए, यहां पर कुछ इसी तरह के समीकरण बैठाए जा रहे हैं.
कुछ ऐसी थी पहले टीम
राजस्थान में जब बीजेपी साल 2018 में विपक्ष में आई तब डॉ सतीश पूनियां को 54 साल की उम्र में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था. इसके बाद उन्हें विधानसभा चुनाव के एक साल पहले तक अध्य्क्ष बनाए रखा गया. इनके साथ अरुण सिंह को साल 2020 में 55 साल की उम्र में प्रदेश प्रभारी बनाया गया. इतना ही नहीं, जब सतीश पूनियां प्रदेश अध्यक्ष पद से हटे तब उनकी जगह सीपी जोशी को 47 साल की उम्र में अध्यक्ष बनाया गया.
बीजेपी में उस समय ये संदेश दिया जा रहा था कि पार्टी अपने युवा चेहरों को आगे बढ़ाना चाह रही है. 56 साल के भजनलाल शर्मा को सीएम बनाया गया. 54 साल के डॉ प्रेमचंद बैरवां और 52 साल की दीया कुमारी को डिप्टी सीएम बनाया गया है. अब संगठन महामंत्री किसी 50 साल से कम उम्र के व्यक्ति को बनाया जा सकता है.
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