70 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को BJP देगी मौका? वसुंधरा राजे सहित इन नेताओं का नाम शामिल
Rajasthan Politics: किरोड़ी लाल मीणा सहित कई बीजेपी नेता इन दिनों राजनीतिक चर्चा का विषय बने हुए हैं. ये नेता 70 की उम्र पार चुके हैं, ऐसे में चर्चा है कि इन्हें पार्टी क्या जिम्मेदारी सौंपेगी?
Rajasthan BJP Politics: राजस्थान में बीजेपी (BJP) के 70 साल की उम्र पार कर चुके कई नेताओं को लेकर चर्चा तेज है कि क्या उन्हें संगठन या सरकार में एडजस्ट किया जाएगा या कोई और जिम्मेदारी दी जाएगी? ऐसे में जहां संगठन में बड़े बदलाव की सुगबुगाहट है. वहीं किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल की भी चर्चा तेज है. 70 साल की उम्र पार कर चुके कुछ नेताओं के पास कई जिम्मेदारियां रहीं हैं.
ये सभी नेता विधायक या राज्यसभा सदस्य हैं. कुछ तो पूर्व मंत्री और मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. वहीं 69 साल के पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को लेकर भी चर्चा है कि क्या उन्हें कोई जिम्मेदारी दी जाएगी? साथ ही किरोड़ी लाल मीणा, ओम माथुर, वसुंधरा राजे, घनश्याम तिवाड़ी और देवी सिंह भाटी राजनीतिक चर्चा के विषय बने हुए हैं. यहां समय-समय पर इनके प्रभाव को लेकर चर्चाएं हो रही हैं.
राज्यसभा या राज्यपाल?
दरअसल, राजस्थान की एक राज्यसभा सीट कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल की वजह से खाली हुई है. इसपर वर्तमान समीकरण देखें तो बीजेपी की जीत तय है, लेकिन इस सीट का कार्यकाल सिर्फ दो साल के लिए है. इसलिए यहां से कई दिग्गज जाना चाह रहे हैं. खासकर, ओम माथुर, देवी सिंह भाटी के नाम की चर्चा तेज है. ओम माथुर और देवी सिंह भाटी राजस्थान की राजनीति में कभी मजबूत चेहरे थे. वहीं अब किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया है.
ऐसे में सूत्रों का कहना है कि वर्तमान परिस्थिति में वह उसी विभाग में लौटने को तैयार नहीं है. यहां पर सरकार में बड़े फेरबदल भी नहीं होने के संकेत हैं, तो क्या किरोड़ी लाल मीणा को राज्यपाल या केंद्र सरकार में जगह मिल सकती है? घनश्याम तिवाड़ी फिलहाल राज्यसभा सदस्य हैं और साल 2028 तक इनका कार्यकाल है.
वसुंधरा और राठौड़ पर सबकी नजर?
वहीं 71 साल की वसुंधरा राजे अभी बीजेपी की विधायक हैं और पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. ऐसे में क्या उन्हें संगठन में प्रमोशन मिलेगा या यहां पर कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी? इसे लेकर सुगबुगाहट तेज है. 69 साल के पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के लिए भी कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें सवाई माधोपुर से उपचुनाव में उतार कर राज्य सरकार में जगह दी जा सकती है.