राजस्थान में बीजेपी विधायक ने बढ़ाई पार्टी की टेंशन, नौक्षम चौधरी ने कहा, '...तो दे दूंगी इस्तीफा'
Rajasthan Politics: राजस्थान के डीग जिले के कामां सीट से बीजेपी विधायक नौक्षम चौधरी ने कहा कि यदि 24 घंटे के अंदर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वे इस्तीफा दे देंगी. जानें क्या है पूरा मामला?
Ambedkar Statue Vandalize Case: राजस्थान में बीजेपी विधायक ने पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है. भरतपुर के डीग जिले के कामां थाना क्षेत्र में कुछ असामाजिक तत्वों ने भीमराव आंबेडकर पार्क में लगी डॉ.आंबेडकर की मूर्ति को तोड़ दिया, जैसे ही समाज के लोगों को घटना के बारे में पता लगा तो लोग सड़क पर उतर आये और इस घटना का जमकर विरोध किया. लोगों ने आंबेडकर चौराहे पर जाम लगा दिया. सड़क पर टायर जलाए गए. इस तरह के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कामां बस स्टैंड के आसपास के व्यापरियों ने अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा.
'मैं आपके कहने से पहले ही इस्तीफा दे दूंगी'
कस्बे में भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को खंडित करने की घटना का पता लगते ही कामां विधायक नौक्षम चौधरी मौके पर पहुंचीं और आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस को 24 घंटे का समय दिया. विधायक ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर प्रशासन ने 24 घंटे में यानी शुक्रवार 12 बजे तक हमारी मांगे पूरी नहीं करता है तो मैं आपके कहने से पहले ही इस्तीफा दे दूंगी.
जानकारी के अनुसार समाज के लोगों को सुबह पता चला कि असमाजिक तत्वों द्वारा भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को खंडित कर दिया गया है. उसके बाद लोग जुरहरा रोड स्थित कामां बस स्टैंड के पास अंबेडकर पार्क पहुंचे, जहां देखा तो मूर्ति का एक उल्टा हाथ टूटा हुआ था. पार्क में मूर्ति के पास काफी ईंट पत्थर पड़े हुए थे. अंदाजा लगाया जा रहा है कि देर रात किसी ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है.घटना का जैसे-जैसे लोगों को पता लगा तो, समाज के लोग अंबेडकर पार्क में इकट्ठे होने लगे.
सैकड़ों लोग घटना के विरोध में सड़क पर उतर आये और अंबेडकर चौराहे पर जाम लगा दिया. लोगों ने घटना के विरोध में सड़क पर टायर भी जलाए. इस तरह के विरोध को देखते हुए आसपास के व्यापारियों ने दुकानें नहीं खोली.घटना की सूचना मिलने के बाद प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे, जिसके बाद जाम लगाने वाले लोगों से समझाया गया. तब जाकर जाम खुला.
क्या कहा विधायक ने ?
घटना की सूचना मिलने के बाद कामां विधायक मौके पर पहुंचीं और कहा, ''अगर 24 घंटे में अगर प्रशासन ने हमारा साथ नहीं दिया तो में आपके कहने से पहले ही इस्तीफा दे दूंगी.अगर 24 घंटे में कल 12 बजे तक प्रशासन ने हमारी मांगे पूरी नहीं की या हमें झूठा भरोसा दिया तो आपको कहने की जरूरत नहीं पड़ेगी मैं आपके साथ हूं अपने समाज के साथ हूं. प्रशासन मजबूती से इसको देखे यह मेरा निवेदन है सरकार से भी निवेदन करती हूं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी निवेदन करती हूं कि इतनी बड़ी यह घटना हुई है इसको गंभीरता से लिया जाये.''
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