Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी पूरी तरह से जुट गई है. इसके लिए कल बीजेपी कार्यालय में बैठक हुई है. जिसमें संगठन के पदाधिकारी ही थे. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री के साथ कई प्रदेश स्तर के नेता बैठक में शामिल थे. चर्चा है कि इस बैठक में वसुंधरा राजे सिंधिया नहीं थीं. जबकि इस बैठक में यह तय हुआ है कि गहलोत सरकार को सदन और सदन के बाहर कैसे घेरा जाए.
बताया ये भी जा रहा है कि इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष और उपनेता प्रतिपक्ष भी नहीं थे. सूत्रों की मानें तो केंद्रीय नेतृत्व भी ऐसा ही कुछ चाह रहा है. 10 जनवरी तक सभी विधानसभा सीटों पर बीजेपी की जनआक्रोश सभाएं पूरी हो जाएंगी. बीजेपी की मिशन 2023 तेज रफ्तार पकड़ने वाली है.
सरकार को घेरने की तैयारी तेज
बीजेपी प्रदेश मीडिया संयोजक पंकज जोशी ने बताया कि बीजेपी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां और प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक लेकर संगठनात्मक कार्यों की समीक्षा की. साथ ही आगामी कार्यक्रमों की योजना पर विस्तृत चर्चा कर दिशा-निर्देश दिए.
प्रदेश पदाधिकारी बैठक में जनआक्रोश यात्रा और जन आक्रोश सभाओं की सफलता और कार्यक्रमों की समीक्षा की गई और आगामी दिनों में कांग्रेस सरकार के खिलाफ किसान कर्जमाफी, महिला सुरक्षा, पेपर लीक, गैंगस्टर और माफियाओं का बढ़ता आतंक जैसे प्रदेश के जनहित के मुद्दों को लेकर विधानसभा सत्र में राज्य सरकार को सदन के अलावा सदन के बाहर घेरने की तैयारियां की रणनीति पर मंथन किया गया.
अभी तक का कुछ ऐसा रहा है लेखा-जोखा
16 दिसंबर से चल रही जन आक्रोश सभाएं प्रदेश के 128 विधानसभा क्षेत्रों में पूरी हो चुकी, जो 10 जनवरी तक सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में होंगी. इससे पहले प्रथम चरण में प्रदेश में 1 दिसंबर से 14 दिसंबर तक चली जनाक्रोश यात्राओं में चौपाल और नुक्कड़ सभाएं 62111 हुई, प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग सवा दो करोड़ लोगों से संपर्क हुआ है. 92 लाख आठ हजार से अधिक आरोप पत्र वितरित किए गए, 14 लाख 51 हजार जन समस्याएं एकत्रित हुई.
प्रदेश में कुल रथयात्रा 1 लाख 15 हजार किलोमीटर चलीं. वहीं कांग्रेस सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ मिस्ड कॉल और जनसंपर्क अभियान जारी रहेगा. बैठक में प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर, सुशील कटारा, भजनलाल शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष सीपी जोशी, हेमराज मीणा, मुकेश दाधीच, माधोराम चौधरी रहे.
कोर्ट में राजेंद्र राठौड़ ने घेरा
एक तरफ जहां बीजेपी संगठन इस तैयारी में है कि कैसे सरकार को सदन में घेरना है और जनता के बीच कैसे घेरना है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के कई प्रमुख नेता द्वारा सरकार को कोर्ट में भी घेरा जा रहा है. उधर बीजेपी के अंदर यह भी चर्चा है कि आखिर मुख्यमंत्री का फेस कौन बनेगा.
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