Rajasthan Politics: राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव (Assembly Election) होने हैं. सत्ता में लौटने के लिए बीजेपी (BJP) पुरजोर प्रयास कर रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां (Satish Poonia) लगातार के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं. जनता, जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर मन टटोल रहे हैं. सभाओं में कांग्रेस सरकार की नाकामियां गिना रहे हैं.
कांग्रेस (Congress) सरकार की जनविरोधी नीतियों और बिगड़ी कानून व्यवस्था के खिलाफ भाजपा ने अब तक प्रदेश की 178 विधानसभा क्षेत्रों में जनाक्रोश महासभा की है. हनुमानगढ़ (Hanumangarh) के पीलीबंगा और बीकानेर (Bikaner) के लूणकरणसर में जन आक्रोश महासभा में पूनियां ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कर्ज माफी नहीं होने से किसान और पेपर लीक होने से युवा तनावग्रस्त हैं, सुसाइड भी कर रहे हैं.
तीन चौथाई बहुमत से बनेगी बीजेपी सरकार
बीजेपी अध्यक्ष पूनियां ने कहा कि कांग्रेस सरकार के शासन में इनके मंत्री और विधायकों की आपसी लड़ाई के कारण विकास कार्य पूरी तरह ठप हैं. कांग्रेस राज में नौकरी की कोई उम्मीद नहीं है. पेपर लीक हो रहे हैं. युवाओं के सपने बार-बार तोड़े जा रहे हैं. सरकार नौजवानों और किसानों के सपने तोड़ने का काम कर रही है. सरकार के खिलाफ सभी वर्गों में नाराजगी है.
सतीश पूनियां ने दावा किया कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस सरकार को हमेशा के लिए राजस्थान से विदा कर जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में तीन चौथाई बहुमत से भाजपा सरकार बनेगी.
भ्रष्टाचार की जनक है कांग्रेस
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि जन आक्रोश यात्रा के दौरान लोगों के मन में जो आक्रोश दिख रहा है, उसका कारण सबको पता है. प्रदेश में जनविरोधी काम हो रहे हैं. सरकार वादाखिलाफी कर रही है. कांग्रेस और गांधी परिवार ने अपने दामाद रॉबर्ट वाड्रा को बीकानेर के किसानों की सवा सौ बीघा बेशकीमती जमीन दे दी. कांग्रेस सरकार के राज में सबसे पहले रीट घोटाला हुआ और 16 बार पेपर लीक हुए. इससे पहले केंद्र में कांग्रेस शासन के दौरानमें बोफोर्स, कोयला, स्पेक्ट्रम, टूजी घोटाले हुए. राजस्थान और हिंदुस्तान में कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की जनक है.
चार साल में 200 किसानों ने की आत्महत्या
पूनियां ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के 60 लाख किसानों को बेवकूफ बनाया हैं. किसानों पर 1 लाख 20 हजार करोड़ का कर्जा है जो कांग्रेस ने वादा करके भी माफ नहीं किया. 2018 से 2022 के बीच 200 किसानों ने आत्महत्या कर जान दी है. यदि सरकार कर्जा माफ कर देती तो रायसिंहनगर का सोहनलाल कड़ेल सुसाइड नहीं करता. प्रदेश में बीते 4 साल के भीतर 70 लाख बच्चों ने परीक्षा दी है, लेकिन नौकरी सिर्फ एक लाख को मिली. शेष बचे 69 लाख के लिए मुख्यमंत्री के पास कोई रोडमैप नहीं है.