Rajasthan News: जहां एक तरफ कांग्रेस (Congress) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) चल रही है, वहीं बीजेपी राजस्थान में 'जन आक्रोश यात्रा' (Jan Aakrosh Yatra) के तहत रैलियां करने जा रही है. चुनाव के नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों की हलचल तेज हो गई है. राज्य में अगले साल ही विधानसभा के चुनाव (Rajasthan assembly elections 2023) होने हैं. इसे देखते हुए आए दिन नेताओं का आना शुरू हो गया है. सत्ता के सिंघासन पर विराजमान होने के लिए वॉक युद्ध के साथ सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और जातिगत तानाबाना भी बुना जा रहा है. बीजेपी (Rajasthan BJP) भी एक दिसम्बर 2022 से पूरे राजस्थान में एक साथ जन आक्रोश आंदोलन प्रारंभ कर रही है.


बीजेपी के जन आक्रोश रैली के जिला मीडिया संयोजक एवं बीजेपी राजस्थान के प्रदेश सह संयोजक (मीडिया संपर्क विभाग) अरविन्द सिसोदिया ने बताया कि, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Rajasthan BJP President Satish Poonia) के नेतृत्व में 1 दिसंबर को जन आक्रोश रथों का जिला स्तरों पर एक साथ उद्घाटन और 4 दिसंबर से विधानसभा स्तरों पर जन आक्रोश रथों पर रैलियां निकलेंगी. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में दस-दस दिनों तक के प्रवास पर रहते हुए व्यापक जन जागरण कर राज्य की कांग्रेस सरकार की विफलताओं को उजागर करेगी. सरकार की विफलताओं को उजागर करने के लिए बीजेपी ने एक वीडियों भी बनाया हैं, जिसमें गहलोत सरकार की नाकामियों को दर्शाया गया है, जो इन दिनों वायरल हो रहा है.  


अशोक गहलोत सरकार के चार साल
सिसोदिया ने बताया कि राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार गठन के दिन 17 दिसम्बर 2018 से ही कुर्सी युद्ध और आपसी खींचतान में व्यस्त रहते हुए लोक कल्याण में पूरी तरह विफल रही है. उन्होंने कहा, राज्य सरकार 4 साल से जनता को संकट और कष्टों में डाले हुए है. इस विफल सरकार को जनहित के लिए जाग्रत करने और अगले चुनाव 2023 में राजस्थान से विदा करने के लिए जन आक्रोश रैलियों के माध्यम से व्यापक जनजागरण किया जाएगा. बीजेपी जनता की समस्याओं और कष्टों की आवाज बनकर मुद्दों को मुखर करेगी. उन्होंने बताया कि इसके लिए विधानसभाओं के स्तर पर दस दिन के अभियान में राजस्थान बीजेपी के 600 से अधिक दायित्ववान कार्यकताओं सहित लाखों कार्यकर्ता जुटेंगे. प्रत्येक जिले का और प्रत्येक विधानसभा का आरोप पत्र जारी होगा.


हर सीट के लिए तैयार है बीजेपी का रथ


बीजेपी मीडिया संयोजक सिसोदिया ने बताया कि पार्टी ने इस व्यापक जन आंदोलन के लिए हर विधानसभा सीट पर अलग-अलग रणनीति तैयार की है. हर सीट के लिए यात्रा प्रभारी और यात्रा संयोजक नियुक्त किए गए हैं. साथ ही हर सीट पर होने वाले सम्मेलनों और सभाओं की अलग-अलग रूपरेखा तैयार की गई है. प्रत्येक सीट पर पांच से सात सम्मेलन, लघु सभाएं की जाएंगी. राजस्थान में 200 विधानसभाओं में हर सीट के लिए अलग-अलग यात्रा रथ तैयार किए गए हैं. स्थानीय मुद्दों को जोड़ते हुए इन रथों की सजावट भी की जा रही है. भाषण देने वालों से लेकर यात्रा का नेतृत्व करने वालों के नाम तय किए गए हैं. जन आक्रोश यात्रा के रथ पूरे राजस्थान में सभी विधानसभाओं में एक साथ, हर विधानसभा क्षेत्र में दस दिनों तक घूमेगा.


52 हजार मतदान केंद्न्द्रर कवर


अरविन्द सिसोदिया ने बताया कि जन आक्रोश यात्रा रथ राजस्थान के सभी 1100 मंडलों और 52 हजार मतदान केन्द्रों को कवर करेंगे. हर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के जिलाध्यक्ष, वर्तमान विधायक, जनप्रतिनिधिगण, पूर्व बीजेपी प्रत्याशी, पदाधिकारी, विभिन्न मोर्चों के सदस्य सहित बीजेपी कार्यकर्ता और समर्थक सम्मिलित होंगे. पार्टी रथ में विशेष रूप से शिकायती पेटी लगाई जाएगी जिसमें जनता से सरकार के खिलाफ शिकायत लिखित में ली जाएगी. इस डाटा को राज्य सरकार के खिलाफ जनता का फाइनल आरोप पत्र बनाने और हर विधानसभा वार मुद्दे तैयार करने में पार्टी काम में लेगी. वहीं प्रदेश सरकार के खिलाफ जनता में चर्चित मामलों की जानकारी भी जुटाएगी.


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