Rajasthan Budget 2023: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने तीसरे कार्यकाल का 15वां बजट और इस कार्यकाल का 5वां और अंतिम बजट पेश कर दिया है. सीएम गहलोत ने अपने पिटारे से सौगातों का अंबार लगा दिया है. हालांकि, प्रदेश में नए जिले बनने की घोषणा का इंतजार कर रहे प्रदेशवासियों को निराशा ही हाथ लगी. क्योंकि इस बजट में सीएम गहलोत ने एक भी नए जिले का एलान नहीं किया है. ऐसे में पचपदरा से कांग्रेस विधायक मदन प्रजापत को फिर बिना जूते के ही रहना होगा. 


दरअसल, मदन प्रजापत ने बालोतरा को जिला बनवाने का प्रण लिया हुआ है. उनकी प्रतिज्ञा है कि जब तक बालोतरा को जिला नहीं बनाया जाएगा, तब तक वह जूते नहीं पहनेंगे. प्रदेश में नए जिले बनाए जाने पर सत्ता पक्ष में भी विरोध की संभावना बनी हुई है.


नाराज होकर विधानसभा के बाहर लिया था जूते न पहनने का प्रण
राजस्थान में नए जिले बनाने की मांग और उम्मीदें सीएम गहलोत के इस बजट घोषणा पर टिकी हुई थीं, लेकिन सीएम गहलोत के इस कार्यकाल के अंतिम बजट में एक भी नया जिला बनाने की घोषणा नहीं की. पचपदरा विधायक मदन प्रजापत साल 2021-22 के बजट सत्र के दौरान भी बालोतरा को जिला नहीं बनाए जाने से नाराज हो गए थे और विधानसभा के बाहर ही अपने जूते खोल कर यह प्रण लिया था. बता दें कि पचपदरा विधायक मदन प्रजापत राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी बिना जूतों के इस शामिल हुए थे.


नया जिला बनाने के लिए मिले थे 60 प्रस्ताव
राजस्थान की कांग्रेस सरकार के 2021-22 के बजट घोषणा के बाद नए जिले बनाने के लिए सरकार की ओर से एक कमेटी गठित की गई थी, जिसमें 60 प्रस्ताव मिले, जिनमें नए जिले की मांग की गई थी. इनमें से अधिकतर जिलों की मांग सत्तापक्ष के विधायकों ने ही की थी. इस रिपोर्ट के आने के बाद यह तो तय था कि 60 नए जिले तो बनाए नहीं जा सकते, लेकिन 6 जिले बनाने को लेकर चर्चाएं चल रही थीं. हालांकि, बजट घोषणा के दौरान एक भी नए जिले की घोषणा नहीं की गई.


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