Rajasthan Budget 2023 Announcement: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को सदन में वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया.  इस बजट में कुछ खास घोषणाओं के साथ ही बजट को लेकर भी हंगामा हुआ. विपक्ष पूरी तरह से इस बजट को मानने को तैयार नहीं था. हंगामे की वजह से सदन को दो बार स्थगित करना पड़ा. एक बार आधे घंटे के लिए और दूसरी बार 15 मिनट के लिए सदन को स्थगित किया गया. इसके बाद फिर मुख्यमंत्री बजट पेश कर सके. राजस्थान के इस बजट को पांच अधिकारियों ने तैयार किया था.  इनमें अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोड़ा, शासन सचिव वित्त (राजस्व) कृष्ण कांत पाठक, शासन सचिव वित्त (बजट) रोहित गुप्ता, शासन सचिव वित्त (व्यय) नरेश कुमार ठकराल एवं निदेशक (बजट) ब्रजेश शर्मा के नाम शामिल हैं.


इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन के जानकार


अखिल अरोड़ा जयपुर के ही रहने वाले हैं. उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की है. वे इससे पहले बीकानेर और जयपुर के कलेक्टर रहे हैं. हमेशा प्रमुख भूमिका में रहे. अशोक गहलोत और वसुंधरा दोनों सरकारों में उनकी प्रमुख भूमिका रही. इन्हें वसुंधरा राजे के खास अधिकारियों में गिना जाता था. अखिल अरोड़ा को 21 दिसंबर 2013 को सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के शासन सचिव की जिम्मेदारी मिली थी. अरोड़ा राजे सरकार के बेहद करीबी अफसरों में शामिल थे. अब वह गहलोत सरकार के आखिरी बजट तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. 


छह जिलों के रहे हैं कलेक्टर


बजट में प्रमुख जिम्मेदारी निभाने वाले रोहित गुप्ता पंजाब के रहने वाले हैं. वे पब्लिक पॉलिसी में पोस्ट ग्रेजुएट हैं. राजस्थान के चूरू, झालावाड़, कोटा, उदयपुर, पाली और प्रतापगढ़ जिले के कलक्टर रहे हैं. रोहित गुप्ता ने लम्बे समय तक जिले के प्रशासन की कमान संभाली है. शासन सचिव वित्त (बजट) रोहित गुप्ता के पास जिम्मेदारी है. इन्हे इस सरकार में बजट तैयार करने के लिए जिम्मेदारी दी गई थी. वे राजस्थान ऊर्जा विकास निगम के एमडी भी रहे हैं.


आरपीएससी के रहे हैं सचिव


नरेश ठकराल ने सिविल इंजीनियरिंग में एमटेक किया है. इनका गृह क्षेत्र श्रीगंगानगर है. बूंदी और सीकर के कलेक्टर रहे हैं. नरेश ठकराल को 9 साल पहले प्रमोशन दिया गया था. पीडब्लूडी में इंजीनियर रहे नरेश कुमार ठकराल को आरपीएससी का सचिव बनाया गया था .इस बार इन्हें अशोक गहलोत सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी दी है. शासन सचिव वित्त (व्यय) की भूमिका में रहते हुए बजट के लिए काम किया.


दर्शन-शास्त्र के जानकार हैं पाठक


कृष्ण कान्त पाठक बिहार के रहने वाले हैं. इन्होंने दर्शन-शास्‍त्र से एमए और पीएचडी की है. इनका जन्म 11 अगस्त 1973 को हुआ है. राजस्थान के जैसलमेर, चूरू और करौली के जिला कलेक्टर रहे हैं. 2013 से 2017 तक  विशेष सचिव (सार्वजनिक शिकायतों का निवारण ) मुख्यमंत्री के पद पर काम कर चुके हैं और वसुंधरा राजे के खास रहे हैं. वर्ष 2017 में इनके पास देवस्थान विभाग भी आ गया था. इस बार के बजट में इन्हे प्रमुख जिम्मेदारी दी गई थी. केके पाठक को राजे के सबसे खास अधिकारियों में से एक माना जाता था. अशोक गहलोत सरकार में भी इन्हे प्रमुख जिम्मेदारी दी गई है. 


राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा पेश किये गए बजट के निदेशक ब्रजेश शर्मा की अहम जिम्मेदारी थी. ये अकाउंट सर्विस से आते हैं. अभी वित्त विभाग के निदेशक (बजट) की जिम्मेदारी पर हैं.


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