Rajasthan Budget 2024: राजस्थान की उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री दिया कुमारी ने अंतरिम बजट (लेखानुदान) आज पेश किया, जिसमें 70 हजार नई नौकरियों से लेकर कई बड़ी घोषणाएं की गईं. जहां मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस बजट को सपने साकार और विकास वाला बताया तो वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इसे निराश करने वाला बजट बताया. 


अंतरिम बजट को लेकर सचिन पायलट ने कहा, "राजस्थान सरकार द्वारा आज पेश किए गए लेखानुदान में प्रदेश की जनता को निराशा ही हाथ लगी है. किसानों के सशक्त एवं सुनहरे भविष्य के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा अन्नदाताओं के लिए एक अलग बजट पेश किया गया था, जिसे भाजपा सरकार द्वारा खत्म कर दिया गया है."


पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा, "पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई कटौती न करके लोगों के भरोसे को तोड़ा गया है. युवाओं के रोजगार, महिला सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, बढ़ती मंहगाई जैसे आमजन से जुड़े विषय पर ठोस घोषणा इस बजट से नदारद दिखाई दी." आज लेखानुदान प्रस्तुत करते हुए प्रदेश के विकास से हटकर केवल पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर दोषारोपण मात्र किया है. 


वहीं बजट को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को ध्यान में रखकर उनक सरकार ने यह लेखानुदान अंतरिम बजट पेश किया है. सीएम भजनलाल ने कहा इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुसार महिलाओं, किसानों, छात्रों, व्यापारियों एवं कार्मिकों समेत सभी वर्गों को बड़ी सौगातें दी गई हैं.


दरअसल, उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री दिया कुमारी ने अंतरिम बजट (लेखानुदान) आज पेश किया. वहीं इस पर मुख्यमंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि 'आपणो अग्रणी राजस्थान' के सपने को साकार करने की दिशा में इस बजट में महत्वपूर्ण निर्णय भी किए गए हैं.


आधिकारिक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा, "बजट राज्य सरकार के सुराज संकल्प के सपने को साकार करने वाला और प्रदेश को विकास एवं उन्नति के पथ पर अग्रसर करने वाला साबित होगा. 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास एवं सबका कल्याण' को केंद्र में रखते हुए इस बजट में अंतिम छोर पर खड़े प्रत्येक व्यक्ति को भरपूर राहत देने की ठोस पहल की गई है."


मुख्यमंत्री ने कहा, "हमने संकल्प पत्र को राज्य सरकार के नीतिगत दस्तावेज के रूप में स्वीकार किया है और संकल्प पत्र के वादों को पूरा करने की दिशा में यह लेखानुदान महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि यह लेखानुदान सरकार के लिए चुनौती भरा भी रहा क्योंकि पूर्ववर्ती सरकार के फैसलों से प्रदेश पर कर्ज भार बढ़कर दोगुना हो गया है. हमारी सरकार सूझ-बूझ, दूरदर्शिता और कुशल वित्तीय प्रबंधन से प्रदेश की आर्थिक प्रगति की नई इबारत लिखेगी."