Bundi: बेमौसम की बारिश से फसलों की बर्बादी नहीं देख पाया किसान, खेत में ही कीटनाशक पीकर दे दी जान
Bundi News: राजस्थान (Rajasthan) भी बेमौसम की बारिश से होने वाले नुकसान का सामना कर रहा है. इस बारिश का सबसे ज्यादा खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है जिनकी फसलें नष्ट हो रही हैं.
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Bundi Farmer Suicide: राजस्थान (Rajasthan) के बूंदी (Bundi) में बेमौसम बारिश (Unseasonal Rain) के कारण किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. कोई राहत न मिलता देख किसान भयावह कदम उठाने को मजबूर हो गए हैं. बूंदी के हिंडोली थाना क्षेत्र में में फसल खराब होता देख एक किसान ने शनिवार को जहर पीकर खुदकुशी कर ली है. बूंदी में किसानों की आत्महत्या का यह दूसरा मामला है.
यह घटना हिंडोली के जगात बरड़ा सथूर गांव में हुई है. मृतक किसान के बेटे लेखराज बैरवा ने बताया कि उन्हें अपने पिता कालूलाल बैरवा (65) के खेत में अचेत पड़े होने की जानकारी मिली थी. वे अपने पिता को हिंडौली से बूंदी लेकर गए और फिर उन्हें कोटा के एमबीएस अस्पताल में रेफर कर दिया गया. यहां इलाज के दौरान देर रात उनकी मौत हो गई. लेखराज ने बताया कि पिता खेत पर जाते थे और फसल को देखकर चिंता में रहते थे. शनिवार को उन्होंने कीटनाशक पी लिया था. थाना हिंडोली के एएसआई गोपाल लाल ने बताया कि किसान की मौत की सूचना मिली थी. उनका एमबीएस में पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है. मामले की जांच की जा रही है.
फसल से होने वाली कमाई से किसान को चुकाना था कर्ज
बूंदी जिले में फसल खराब होने पर किसी किसान द्वारा खुदकुशी करने की ये दूसरी घटना है. इससे पहले भी एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी. बूंदी जिले के तालेड़ा क्षेत्र के बाजड़ गांव निवासी किसान पृथ्वीराज बैरवा (60) की भी कीटनाशक पीने से मौत हो गई थी. पृथ्वीराज पर कर्ज का बोझ था. कर्ज चुकाने के लिए वह फसल पकने का इंतजार कर रहा था लेकिन इस बीच बेमौसम बारिश ने उसकी उम्मीद पर पानी फेर दिया और उसने मौत को गले लगा लिया. वहीं किसान संघ के प्रवक्ता आशीष मेहता ने इस घटना को सरकार की विफलता बताया है. उन्होंने कहा कि समय रहते यदि अधिकारी किसानों की सुध ले लेते तो उन्हें मौत को गले नहीं लगाना पड़ता.
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