Rajasthan News: बूंदी के कापरेन कस्बे में लगातार हो रही चोरियां और चोर की गिरफ्तारी न होने के कारण कस्बे में असंतोष का वातावरण हो गया. पुलिस की कार्यशैली ढुलमुल होने और कार्रवाई नहीं करने के विरोध में कस्बे के लोग नाराज हो गए. डेढ़ महीने से हो रही चोरी की वारदातों को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं करने से नाराज बीजेपी विधायक चंद्रकांता मेघवाल और कई बीजेपी नेता रविवार को पानी की टंकी पर चढ़ गए. एएसपी, डीएसपी और एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर समझाइश की. शाम करीब 5 बजे तक प्रदर्शनकारी टंकी पर चढ़े रहे उसके बाद भी प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी.
चेतावनी दी फिर भी मूक दर्शक रही पुलिस
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले डेढ़ माह में चोरी की कई वारदातें हो गई. एक में तो वृद्धा के पैर ही काट दिए और चांदी के कड़े चुराकर ले गए. इतनी संगीन वारदात का भी अभी तक खुलासा पुलिस नहीं कर सकी है. कापरेन कस्बे और ग्रामीण क्षेत्र में हो रही चोरियों पर कार्रवाई नहीं होने पर केशोरायपाटन विधायक चंद्रकांता मेघवाल, बीजेपी पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष और शहरवासी रविवार को सुबह 10 बजे थाने के सामने धरने पर बैठ गए. उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
ये अधिकारी पहुंचे मौके पर
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन को 3 घंटे में जिला प्रशासन को मौके पर बुलाकर ज्ञापन लेने के लिए चेतावनी दी थी. वहीं दोपहर 1 बजे तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. इससे नाराज होकर विधायक चंद्रकांता मेघवाल के साथ बीजेपी जिलाध्यक्ष छीतरलाल राणा, लोकेश बागड़ा, सत्येंद्र चौरसिया, ललित मीणा, प्रवीण सिंह सिसोदिया सहित बीजेपी पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन मुदार्बाद के नारे लगाए और पानी की टंकी पर चढ़ गए.
कलेक्टर-एसपी को मौके पर बुलाने पर अड़े
प्रदर्शनकारी धरना देते रहे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे. कापरेन थाने के सामने दिए जा रहे धरने में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई. प्रदर्शनकारी कलेक्टर-एसपी को मौके पर बुलाने पर अड़ गए. सूचना पर बूंदी से एएसपी किशोरी लाल मीणा, केशोरायपाटन एसडीएम बलवीर सिंह, डीएसपी अंकित जैन मौके पर पहुंचे और उनको समझाइश का प्रयास किया. विधायक मेघवाल 40 समर्थकों के साथ शाम करीब 5 बजे तक टंकी पर डटी रहीं. इस दौरान लोगों के साथ ही व्यापारी, बीजेपी कार्यकर्ता और पदाधिकारी थाने के सामने धरने पर बैठे रहे.
हर मामले में पुलिस के हाथ खाली
कापरेन जैसे छोटे से कस्बे में इतनी बड़ी-बड़ी वारदातें हो रही हैं लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही. आक्रोशित कस्बे के व्यापारियों, प्रबुद्धजनों और व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों ने शनिवार को उपतसील और थाने में पहुंच एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा था. इसमें बताया गया कि कस्बे में लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. जिनपर पुलिस का कोई अंकुश नहीं है. पिछले हफ्ते हथियारों से लैस बदमाशों ने रिद्धि सिद्धि नगर में दंपती को बंधक बना करीब 25 लाख के जेवरात व नकदी पर हाथ साफ कर दिया था. इसके बावजूद अपराधी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं. ऐसे में यदि आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन उग्र होगा.
थाने के पूरे स्टाफ को निलंबित करने की मांग
त्योहार से शुरू हुई चोरी, डकैती, लूट की वारदातें अभी तक भी नहीं थम रही. जिले के किसी न किसी क्षेत्र में रोज चोरी हो रही है. वहीं बीजेपी विधायक चंद्रकांता सहित क्षेत्र के लोगों ने मांग की है कि थाने के पूरे स्टाप को निलंबित किया जाए. लोगों ने आरोप लगाए की रात्रि गश्त पर पुलिसकर्मी नशे में होते हैं उन्हें वारदात का पता ही नहीं रहता है. ऐसे में आमजन को खतरा बना रहता है. पुलिस की कार्यशैली ठीक नहीं है, स्थानीय लोगों से ही बर्ताव ठीक नहीं है. थाने में सुनवाई नहीं होती जिस कारण आम आदमी ही भयभीत हो रहा है. हालांकि, पुलिस के आला अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि शीघ्र ही आरोपी पुलिस गिरफ्त में होंगे.