Bundi News: राजस्थान के बूंदी (Bundi) जिले के तार का खेड़ा में एक शख्स की गला घोंट कर हत्या करने का सनसनी खेज मामला सामने आया है. पुलिस (Police) ने कत्ल के आरोप में मृतक के चचेरे भाइयों व रिश्ते में लगने वाले जीजा सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है. गौरतलब है कि पुलिस जांच में हत्या की वजह टोना-टोटके बताई जा रही है.  पुलिस ने हत्या के आरोप में जयपुर से मृतक के चचेरे भाई प्रहलाद बैरवा, देवकरण बैरवा व रिश्ते में लगने वाले जीजा शंकर बैरवा को गिरफ्तार कर लिया है.

 

दो भाई और जीजा ने मिलकर युवक को मौत के घाट उतारा

थानाधिकारी रामेश्वर प्रसाद ने बताया की तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि मृतक संजय बैरवा का पिता भागाराम टोने टोटके करता है. आरोपियों का कहना है कि उसने उसके भाई, मां व जीजा पर टोने-टोटके कर आर्थिक व शारीरिक स्थिति ख़राब कर दी थी.  मुख्य आरोपी प्रहलाद बैरवा कि जब भी तबीयत खराब होती तो वह जयपुर से टोने टोटके के लिए अपने ताऊ भागाराम के पास आता था.

 

भागाराम उसे कभी 5 हजार तो कभी 10 हजार रुपए लेकर बुलाता. एक हजार रुपए वह खुद की फीस के रूप में लेता, बाकी राशि टोने टोटके के सामान, शराब व मांस में खर्च करवा देता था. यह सिलसिला कई महीनो तक चलता रहा. लेकिन एक सप्ताह पहले प्रहलाद व भागाराम के बीच मामले को लेकर विवाद हो गया था.  पूछताछ में ये भी सामने आया कि दूसरे आरोपी देवकरण बैरवा की पत्नी  की भी शादी के कुछ दिनों बाद ही मौत हो गई थी.  

 

रात में सोते समय की थी हत्या

दबलाना थानाधिकारी रामेश्वर प्रसाद ने बताया की 8 अप्रैल को  सूचना मिली थी की ग्राम तार का खेड़ा में मृतक संजय पुत्र भागाराम जाति बैरवा उम्र 40 साल जो अपने खेत पर रजके की फसल की  रखवाली कर रहा था.  सुबह मृतक की पत्नी सोभाग बाई ने खेत पर जाकर देखा कि संजय बैरवा खाट पर पडा हुआ था जिसके सिर, गले व पैरो पर चोटो के निशान थे. इसके बाद नामजद आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया गया.  जिस पर आरोपी प्रहलाद बैरवा, देवकरण उर्फ फोरू बैरवा, शंकरलाल बैरवा को गिरफ्तार कर लिया गया.

 

आरोपियों ने अपना जुर्म किया कबूल

पुलिस ने बताया कि आरोपी प्रहलाद बैरवा  ने अपने ही सगे ताऊ भागाराम व उसके पुत्र संजय बैरवा द्वारा तांत्रिंक विद्या से अपने परिवार के सदस्यों को परेशान करने पर देर रात में अपने सगे भाई देवकरण व जीजा शंकरलाल के साथ मिलकर हत्या करने का जुर्म कबूल लिया है, आरोपीगणों ने जजावर माताजी मन्दिर मे इक्ट्ठे होकर भागाराम या उसके बेटे संजय को उसके खेत पर मारने की योजना बनाई थी. मृतक अपने ही खेत पर बाड़े में खाट पर सो रहा था. रात के समय कुछ हलचल की आहट सुनकर वह भागने लगा तो आरोपी प्रहलाद ने संजय को पकड़कर नीचे जमीन पर गिरा दिया व उसका मूंह व नाक को साफी से दबा दिया. इसके बाद आरोपी देवकरण ने मृतक के दोनों पैरो को पकड़कर रखा. संजय के बेहोश होने पर दोनों भाईयों ने साफी से मृतक का गला दबाकर मरा हुआ समझ वापस उसी चारपाई पर लेटाकर भाग गये. 

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