Bundi News: बूंदी में काटे गए कलेक्ट्रेट परिसर के कई बड़े विभागों के बिजली कनेक्शन, करोड़ों रुपए का बकाया भुगतान न होने पर कार्रवाई
Bundi: राजस्थान (Rajasthan) के बूंदी (Bundi) बिजली निगम ने सोमवार को कलेक्ट्रेट (Collectorate) परिसर के कई बड़े विभागों के बिजली पावर को कट कर दिया है.
Rajasthan News: राजस्थान (Rajasthan) के बूंदी (Bundi) बिजली निगम ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई की. विभाग ने कलेक्ट्रेट (Collectorate) परिसर स्थित डिप्टी ऑफिस, स्वच्छता मिशन, ग्रामीण विकास, पीडब्ल्यूडी (PWD) सहित कई विभागों के बिजली पावर को कट कर दिया है. बिजली विभाग की कार्रवाई से अधिकारियों में हड़कंप मच गया. कनेक्शन कटने से जरूरी काम नहीं हो सके. अधिकारियों ने कहा कि जब तक बिजली का बकाया भुगतान जमा नहीं होगा. तब तक किसी भी कंडीशन में बिजली कनेक्शन जोड़ा नहीं जाएगा.
कितना है बकाया
बिजली निगम के अभियंता सुरेश मीणा ने बताया कि शहर में नगर परिषद और PWD विभाग पर करीब 28 करोड़ का बिजली का बिल बकाया है. सरकारी महकमें में डेढ़ करोड़, घरेलू कस्टमर्स में एक करोड़ और व्यवसाय उपभोक्ता में ढाई करोड़ का बिजली का भुगतान बाकी है. सभी को नोटिस दिए गए हैं और जो समय अवधि पर बिजली बिल जमा नहीं करा रहा है, उनके कनेक्शन काटे जा रहे हैं. सोमवार को कार्रवाई करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित स्वच्छता मिशन, ग्रामीण विकास, पुलिस उप अधीक्षक ऑफिस पर 62 हजार का भुगतान जमा नहीं कराने पर उनका कनेक्शन काट दिया है. उधर, बहादुर सिंह सर्किल स्थित हाई मास्क लाइट का 15 लाख रुपए का बिल जमा नहीं कराने पर उसका कनेक्शन भी काटा गया है. बिजली निगम के अधिकारियों का कहना है कि अभियान चलाया हुआ है. मार्च महीने तक क्लोजिंग करनी है, पूरी नहीं होगी तो इसी तरह कनेक्शन करते रहेंगे.
जमा करने पर क्या बोले अधिकारी
उधर इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक हेमंत कुमार का कहना है कि जल्द बकाया भुगतान को जमा कराया जाएगा और आगे से हर माह भुगतान होगा. वहीं नगर परिषद आयुक्त महावीर सिंह का कहना है कि नगर परिषद पर करोड़ रुपए का बिल बकाया है. रोस्टर प्रणाली के तहत धीरे-धीरे बिजली का बिल जमा करा रहे हैं. एक साथ जमा कराना संभव नहीं है. बिजली विभाग के अधिकारियों के नोटिस का जवाब दिया है जिसमें कहा है की धीरे धीरे भुगतान होगा. उधर पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दो लाख के बिजली के बिल बकाया राशि में से कुछ राशि जमा कराने की बात कही है. जिस पर बिजली विभाग के अधिकारी मान गए हैं. मंगलवार सुबह से बिजली शुरू हो जाएगी.
नगर परिषद का भी बकाया
नगर परिषद ने बिजली बिल का बकाया सात दिन में नहीं चुकाया तो जयपुर डिस्कॉम वाटर सप्लाई और स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन काट सकता है. ऐसा हुआ तो शहर में वाटर सप्लाई और स्ट्रीट लाइट बंद हो जाएगी. नगरपरिषद पर वाटर सप्लाई कनेक्शन के 18 करोड़ और स्ट्रीट लाइट के बिल के 13.39 करोड़ रुपए बकाया हैं. यानी करीब अकेले नगरपरिषद पर 32 करोड़ रुपए का बिजली बिल बकाया है. डिस्कॉम अधिकारी नगर परिषद को बकाया भुगतान के लिए पिछले तीन महीने से नोटिस पर नोटिस देकर थक चुके हैं, पर लोगों को होनेवाली असुविधा को देखते हुए कनेक्शन नहीं काटे जा रहे थे. अब बकाया वसूली के लगातार दबाव के चलते डिस्कॉम अधिकारियों ने साफ कह दिया है कि अब जनता को परेशानी होती है तो हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी. अंतिम नोटिस भेजा जा रहा है. पहले भी डिस्कॉम सीवरेज प्लांट का कनेक्शन काट चुका था.
पहले मिला था आश्वासन
मार्च क्लोजिंग नजदीक होने के कारण ऐसी पेंडिंग फाइलों को कनेक्शन कट कर जुर्माना वसूल करने के निर्देश जयपुर डिस्कॉम से मिले हैं. यही वजह है कि इंजीनियर-तकनीकि कार्मिक अब सरकारी डिपार्टमेंट्स के कनेक्शन भी काट रहे हैं. बिल के 2.50 लाख रुपए जमा नहीं कराने पर दो रोज पहले डिस्कॉम इंजीनियरों ने लंका गेट पर पीडब्ल्यूडी एसई दफ्तर का पावर कनेक्शन काट दिया था. एक बार पहले भी कट चुका है. हालांकि अधिकारियों के सप्ताहभर की मोहलत मांगने पर बिजली चालू कर दी गई. दिसंबर में भी पीडब्ल्यूडी दफ्तर का कनेक्शन काटा गया था, पर तब आश्वासन पर जोड़ दिया गया. फिर भी भुगतान जमा नहीं कराया तो दोबारा काटना पड़ा. इस बार बकाया जमा नहीं हुआ तो संभव है बिजली कनेक्शन नहीं जोड़ा जाए. अब तक डिस्कॉम 75 करोड़ रुपए के बकाया बिलों के कनेक्शन विच्छेद कर भी चुका है.
ये भी पढ़ें-