(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan Farmer Protest: बूंदी में किसानों का कलेक्ट्रेट पर हंगामा, बैरिकेड तोड़े, पुलिस के साथ झड़प का वीडियो आया सामने
Farmers Protest: विधायक अशोक चांदना ने कहा कि किसान आंदोलन में किसानों की निर्मम हत्या भारत सरकार के आदेश पर हुई है. जिम्मेदारी पीएम मोदी को लेनी चाहिए और उस जिम्मेदारी के तहत इस्तीफा देना चाहिए.
Bundi Farmers Protest: बूंदी में कांग्रेस ने किसानों के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन किया है. यहां किसान पूर्व मंत्री व हिंडोली विधायक अशोक चांदना के नेतृत्व में आजाद पार्क से रवाना हुए. भारी संख्या में किसानों ने एक खंभे की छतरी की यहां बनाएं पुलिस के बैरिकेट्स को तोड़ दिया और तोड़ते हुए जिला कलेक्ट्रेट की तरफ कूच कर दिया. पुलिस रोकने में असफल रही.
पुलिस ने महारानी स्कूल के यहां बने मुख्य बेरिकेड्स के पास पहुंचने के दौरान जमकर किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई. मामला बड़ता देख पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग कर किसानों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खदेड़ा. पुलिस ने करीब 5 बार वाटर कैनन का प्रयोग कर किसान और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खदेड़ा.
पुलिस और प्रदर्शनकारी के बीच जमकर धक्का मुक्की देखने को मिली. विरोध बढ़ता देख पुलिस जाब्ते ने कड़ी मशक्कत कर पूर्व मंत्री व विधायक अशोक चांदना, विधायक हरिमोहन शर्मा, सीएल प्रेमी को हिरासत में ले लिया और सभी समर्थक और 200 से अधिक किसानों की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
आज प्रदर्शनकारी किसानों की मांग थी कि पंजाब और हरियाणा के किसानों द्वारा दिल्ली कूच के लिए किया जा रहे प्रदर्शन को दिल्ली जाने दिया जाए. फसलों पर समर्थन मूल्य को लागू किया जाए सहित कई मांगों को लेकर जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने के लिए किसानों का प्रदर्शन था.
#WATCH | Rajasthan Congress MLA Ashok Chandna along with party workers and farmers staged a protest against the government over the MSP issue in Bundi.
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) February 28, 2024
Police used water cannons to disperse them and the protesters were later detained by the police. pic.twitter.com/cQ0oEv0hWI
प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे
पूर्व मंत्री और हिण्डोली विधायक अशोक चांदना ने कहा कि किसान आंदोलन में किसानों की निर्मम हत्या भारत सरकार के आदेश पर हुई है. जिम्मेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेनी चाहिए और उस जिम्मेदारी के तहत इस्तीफा देना चाहिए. चांदना ने कहा कि मुझे लगता है कि अगर किसान को सरकार की गोली लगेगी तो यह देश आने वाले समय में टूट जाएगा. किसान नहीं है तो देश नहीं है.
पूर्व मंत्री ने कहा कि बूंदी जिले के सभी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और जिले के किसान विरोध प्रदर्शन करके राष्ट्रपति जी के नाम कलेक्टर को ज्ञापन देने जा रहे थे. लेकिन जिस तरह किसानों को दिल्ली में नहीं जाने दिया गया उसी तरह हमें भी पुलिस प्रशासन ने रोक दिया.
पुलिस ने हमे गिरफ्तार कर लिया गया. ठीक है पुलिस अपना काम करें, जनता अपना काम करेंगी. हम किसानों की आवाज उठाते हैं. जब भी सरकार किसानों का दमन करेगी तब कांग्रेस पार्टी के नेता उनके सामने दीवार बनकर ख़ड़े होगे.
चांदना ने कहा कि हजारों करोड़ों लाखों लोगों की कुर्बानी के बाद देश आजाद हुआ और जिन सिद्धांतों के साथ जिस संविधान के साथ इस देश को चलाने की जिम्मेदारी जिन लोगों पर है वह अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे और संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करके जनता की आवाज को कुचलने का काम कर रहे हैं.
'प्रशासन ने अपनी हठधर्मिता करके कुचलने की कोशिश की'
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सत्येश शर्मा ने कहा कि अशोक चांदना हमारे नौजवान विधायक के नेतृत्व में किसानों के साथ में जो एमएसपी कानून लागू किया जाना चाहिए था वह जो वादा मोदी सरकार ने नहीं निभाया उसे वादे को याद दिलाने के लिए देश भर में किसान आंदोलन कर रहे हैं. उनका समर्थन करने के लिए बूंदी जिले के किसानों को साथ में लेकर बूंदी जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है. शर्मा ने कहा कि बहुत ही शांतिपूर्वक ढंग से जिला कलेक्टर को अपना ज्ञापन देने जा रहे थे लेकिन प्रशासन ने अपनी हठधर्मिता करके हमको कुचलने की कोशिश की. पुलिस के दम पर रोकने का प्रयास किया और हमें गिरफ्तार किया.
प्रदर्शन के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा
किसान आंदोलन को देखते हुए बूंदी पुलिस ने व्यापक कानून व्यवस्था के बंदोबस्त किए थे. यहां 500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था. एक आरएसी की बटालियन, 4 एडिशनल एसपी, 6 डीवाईएसपी, 15 थानों के सीआई वा जाब्ता मौजूद था. पुलिस ने आंदोलन को देखते हुए दो जगह पर बेरिकेड्स लगाए थे. कोटा रेंज से वाटर कैनन मंगवाई गई. आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने वर्दियों में जवानों को तैनात किया गया.
साथ ही ड्रोन से लगातार निगरानी रखी गई. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कसवा ने कहा कि किसानों का आंदोलन पूर्व में ही घोषित था. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कलेक्ट्रेट पर कुच करने से रोका शांतिपूर्वक प्रदर्शन संपन्न हुआ है. विधायक अशोक चांदना के नेतृत्व में प्रदर्शन किया जा रहा था उन्हें गिरफ्तार कर लें पुलिस ले जाया गया है जहां मामला दर्ज किया जाएगा.