बूंदी: राजस्थान के बूंदी (Bundi) में एडवेंचर शुरू होने वाला है. दरअसल यहां पानी के ऊपर से हाड़ौती की पहली और प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी जिप लाइन शुरू होने वाली है. निर्माता कंपनी थ्रिल जोन एडवेंचर कंपनी के को-ऑनर तनय अग्रवाल के मुताबिक 45 से 60 दिन में जिप लाइन बनकर तैयार हो जाएगी जिसके बाद आम जनता और पर्यटक बूंदी में एडवेंचर का लुत्फ ले सकेंगे.
जिप लाइन और रोप-वे में क्या फर्क है
बता दें कि जिप लाइन और रोप-वे में फर्क ये है कि ज़िप लाइन में आदमी तार से लटक कर जाता है. जबकि रोप वे में कुर्सी पर बैठकर जाता है. बूंदी में हाड़ौती की यह पहली जिप लाइन होगी. प्रदेश में 12 जगह जैसलमेर, माउंट आबू, उदयपुर, कुंभलगढ़, रणकपुर, बांसवाड़ा, होटल क्लब महेंद्रा और होटल ताज में जिप लाइन है. आनेवाले वक्त में और जगहों पर भी इसे शुरू किया जाएगा.
बूंदी जिप लाइन प्रोजेक्ट की लागत क्या है
पूरा प्रोजेक्ट 15 लाख रुपए का है. इसमें 5 लाख रुपए विधायक अशोक डोगरा ने दिए हैं और 10 लाख रुपए नगरपरिषद खर्च करेगी. बूंदी जिपलाइन 325 मीटर लंबी होगी. इसके टेंडर हो चुके हैं और रविवार से निर्माण भी शुरू हो चुका है. बता दें कि प्रोजेक्ट के दो महीने में तैयार होने के बाद इसे पब्लिक-पर्यटकों के लिए शुरू कर दिया जाएगा. इसी के साथ बता दें कि पानी के ऊपर बांसवाड़ा के बाद यह प्रदेश की दूसरी सबसे लंबी जिप लाइन होगी. बांसवाड़ा की जिप लाइन 400 मीटर लंबी है जो कागदी पिकअप वेयर पर स्थापित है.
बूंदी जिप लाइन से नजर आएगा गढ़ पैलेस का खूबसूरत नजारा
बूंदी जिप लाइन नवलसागर पार्क के पास 45 फीट हाइट से शुरू होगी. गज लक्ष्मी मंदिर और महादेव मंदिर के बीच से झील से होते हुए दूसरे छोर पर 15 फीट के स्टैंड तक जाएगी. झील पर इसकी हाइट 15 फीट करीब होगी. लोगों को गढ़ पैलेस का खूबसूरत व्यू नजर आएगा. जिप लाइन उदयपुर की थ्रिल जोन एडवेंचर कंपनी बना रही है, जो प्रदेश में 12 जिप लाइन तैयार कर चुकी है. वहीं नगरपरिषद का निर्माण खर्च होगा जबकि संचालन 5 साल तक कंपनी द्वारा किया जाएगा. इसमें लाभ दोनों का होगा.
सेफ्टी का पूरा इंतजाम रहेगा
बता दें कि बूंदी जिप लाइन के लिए सेफ्टी फीचर्स एडवेंचर सर्टिफाइड हैं. पूरा स्ट्रक्चर लोहे का और 21 हजार किलो भार का होगा. गर्मी-सर्दी में तार सिकुड़ने-फैलने से लेकर हर चीज पर इंजिनियर नजर रखेंगे. इसमें 100 किलो तक का व्यक्ति एक बार में जा सकेगा.
150 से 200 रुपए लगेगा टिकट
जिप लाइन की सैर का लुत्फ मुफ्त नहीं होगा. एक व्यक्ति का टिकट 150 से 200 रुपए तक होगा. वहीं सेफ्टी के लिए लाइफ जैकेट पहननी होगी. जिप लाइन की कमांड इंस्ट्रक्टर के हाथों में रहेगी. वहीं कंपनी को उम्मीद है कि रोज 50 लोग जिप लाइन का आनंद लेंगे, टूरिस्ट बढ़ेंगे तो संख्या भी बढ़ जाएगी.
जिप लाइन शुरू होने से बूंदी में पर्यटरों का आकर्षण बढ़ेगा
नगर परिषद् की सभापति मधु नुवाल ने बताया की बूंदी टूरिस्ट सिटी है, पर एडवेंचर गेम्स की कमी है. इससे एडवेंचर बढ़ेगा तो देशी-विदेशी पर्यटकों का आकर्षण भी बूंदी में बढ़ेगा, जिप लाइन के पीछे यही सोच है. इस पर 5 लाख विधायक कोष से और 10 लाख नगरपरिषद खर्च करेगी. इसके साथ ही नवलसागर पार्क-झील के डवलपमेंट पर 9 करोड़ रुपए अलग से खर्च होंगे,जल्द टेंडर होेने वाले हैं. उधर पर्यटन से जुड़े पीयूष पाचक ने बताया की जिप लाइन से शहर में पर्यटन और मनोरंजन बढ़ेगा, झील, पार्क डवलप होंगे. नगरपरिषद का यह काम स्वागत योग्य है.
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