Rajasthan By-Election 2024: राजस्थान की दौसा विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में कई पेंच फंसे नजर आ रहे हैं. यहां पर अभी कोई खुलकर बात नहीं कर रहा है. मतदाता अभी इंतजार में है कि बड़े नेताओं के दौरे होंगे फिर तस्वीर साफ हो पाएगी. बीजेपी प्रत्याशी जगमोहन मीणा और कांग्रेस उम्मीदवार दीनदयाल बैरवां में यहां पर सीधी टक्कर है.
एक तरफ जहां दौसा से किरोड़ी मीणा सांसद रहे हैं उनके समर्थक उत्साहित है. लेकिन कई जातियां अभी भी खुलकर सामने नहीं आ रही है. वहीं कांग्रेस यहां पर गुर्जर और ब्राह्मण वोटर्स के इंतजार में है. चूंकि, यहां पर गुर्जर वोटर्स की संख्या अधिक है. जो अभी भी अपने पत्ते नहीं खोल रहे हैं. उन्हें सचिन पायलट की जनसभाओं का इंतजार है. उसके बाद तस्वीर साफ़ होगी. वहीं, ब्राह्मण मतदाता सीएम भजनलाल शर्मा की जनसभाओं का इंतजार कर रहे हैं. कुल मिलाकर इस सीट पर भितरघात की स्थिति बनी हुई है.
कांग्रेस के लिए मुसीबत?
दौसा से कांग्रेस सांसद मुरारीलाल मीणा को लेकर ग्राऊंड पर चर्चा है कि वो अभी मजबूती से प्रचार नहीं कर रहे हैं. पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस प्रत्याशी दीनदयाल बैरवां के नामांकन के दिन ही सेटिंग की चर्चा कर दी थी. जो यहां पर चर्चा में है. दौसा में गुर्जर, सैनी और ब्राह्मण मतदाता निर्णायक की भूमिका में है. इन जातियों के मतदाताओं को साधने के लिए कांग्रेस पूरी ताकत लगा रही है. लेकिन, यहां पर इन्हें साधने का मजबूती से अभी काम नहीं हो पाया है. सचिन पायलट की जनसभाएं होनी है. उसके बाद यहां की तस्वीर साफ़ हो पाएगी.
बीजेपी की भी बढ़ी परेशानी?
बीजेपी ने यहां पर ब्राह्मण को प्रत्याशी नहीं बनाया है. बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के छोटे भाई को टिकट दिया है. किरोड़ी लाल मीणा ने कई बार भावनात्मक अपील भी की है. यहां तक कि जगमोहन मीणा के पोस्टर में किरोड़ी लाल मीणा की तस्वीर भी नहीं दिख रही है. सभी जातीय नेताओं को किरोड़ी लाल मीणा साधना चाह रहे हैं. मगर, गुर्जर और ब्राह्मण मतदाता अभी चुप हैं. उन्हें अभी बड़े नेताओं की सभाओं का इंतजार है. उसके बाद ही उनके पत्ते खुलेंगे.
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