Rajasthan Bye Election 2024: राजस्थान उपचुनाव में कुछ दिन बचे हैं, उससे पहले सियासी दलों के नेताओं के बीच एक-दूसरे पर आरोप मढ़ने का दौर जारी है. इस बीच खींवसर उपचुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव दिव्या मदेरणा पर लगातार निशाना साध रहे हैं. ऐसे में अब दिव्या मदेरणा ने पलटवार किया है.
दिव्या मदेरणा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर ट्वीट करते हुए कहा, "क्या मुझे कुएं में डूबकर मर जाना चाहिए? सार्वजनिक सभा में मेरे ही समाज के चुने हुए एक सांसद मेरे मरने की कामना कर रहे हैं. उन्हें बेहद अफसोस हो रहा है कि मैं जिंदा ही कैसे हूं? मैं भी समाज की बेटी हूं, बहन-बेटी सबकी सांझी होती हैं. इसलिए संपूर्ण किसान वर्ग से पूछना चाहती हूं कि मैंने ऐसा क्या गुनाह किया कि मुझे कुए में गिरकर मर जाना चाहिए?"
उन्होंने कहा, "मैंने पूरी ईमानदारी और श्रद्धा से ओसियां, राजस्थान के किसान वर्ग की हमेशा आवाज बुलंद की. क्या यही मेरा गुनाह है? विकट पारिवारिक परिस्थिति में भी मैंने हार नहीं मानी, मैं घर नहीं बैठी, मैंने मेहनत की और जनता से संवाद और जुड़ाव रखा और कारवां बनता चला गया. मैंने संघर्ष किया और यह संदेश देने की कोशिश कि किसान वर्ग की बेटियां भी बखूबी राजनीतिक लड़ाइयां लड़ सकती हैं. मैं राजस्थान के हर किसान से पूछना चाहती हूं कि क्या मुझे मर जाना चाहिए?"
हनुमान बेनीवाल ने क्या कहा?
हनुमान बेनीवाल ने ओसियां में चुनाव प्रचार के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, "दिव्या मदेरणा कह रही हैं कि रात को चार बजे लोगों के घर जाकर हाथ जोड़ रहे हैं, तो क्या मैं उसके घर जाकर चार बजे घंटी बजाया था. वो कहां-कहां जाती हैं, उसके बारे में मुझे क्या मतलब है. ये चुनाव बीजेपी और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के बीच हो रहा है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं का आलाकमान कोई और है."
उन्होंने कहा, "यहां पर बीजेपी नेताओं को जितवाने के लिए कांग्रेसी लगे हुए हैं. हर जगह कहती रहती हैं मेरे पिता और दादा ने ये किया, वो किया. मैं कहता हूं कि इनके पिता और इनके दादा ने इस इलाके के लिए कुछ भी नहीं किया. अगर किये होते तो आज नागौर के लोग लोग दक्षिण भारत में जाकर रोजगार नहीं ढूंढ़ते."