राजस्थान में विधानसभा और फिर लोकसभा के चुनाव हुए. लोकसभा के तो 4 जून को ही परिणाम सामने आए. जिसमें प्रदेश में भाजपा और देश में एनडीए की सरकार बन गई. अब उदयपुर में एक बाद फिर चुनाव होने जा रहे हैं.
इसमें एक सीट पर पार्षद से विधायक बने और दूसरे ने विधायक से सांसद बने. दोनों सीट खाली होने के बाद इन पर उपचुनाव होने जा रहे हैं. पार्षद की सीट पर होने वाले उपचुनावों की तिथि भी जारी हो गई है.
30 जून को होंगे चुनाव
चुनाव का कार्यक्रम भी जारी हो चुका है. इसमें 14 जून को लोक सूचना जारी की जाएगी, 18 जून सुबह 10:30 से दोपहर 3 बजे तक नामांकन पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे. 19 जून को नामांकन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी और 21 जून को दोपहर 3 बजे तक नामांकन वापसी हो सकेगी. 22 जून को चुनाव चिन्हों का आवंटन किया जाएगा.
30 जून को सुबह 7 से शाम 5 बजे तम मतदान होंगे. 1 जुलाई को सुबह 9 बजे मतगणना की जाएगी. राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा उपचुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में राजनीतिक दलों एवं अभ्यर्थियों के मार्गदर्शन के लिए आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है. जो कि चुनाव परिणाम घोषित होने तक संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में लागू रहेगी.
तीन माह बाद फिर चुनाव
दरअसल उदयपुर नगर निगम में यह उपचुनाव होने वाले हैं. चुनाव 17 नंबर वार्ड के होंगे. यहां से भाजपा के ताराचंद जैन पार्षद थे जिन्हें विधानसभा चुनाव में उदयपुर विधानसभा चुनाव में जीत मिली थी. ऐसे में पार्षद की सीट खाली हो गई जिस पर उपचुनाव होंगे. लेकिन बड़ी बात यह है कि प्रदेश में नवंबर ने नगर निकाय चुनाव होने वाले हैं. वहीं अक्टूबर में आचार संहिता लागू हो जाएगी. ऐसे में चर्चाएं है कि 30 जून को उपचुनाव होंगे और 3 माह बाद फिर इसी सीट पर चुनाव होंगे.
राजकुमार रोत बने सांसद तो खाली हुई सीट
इधर विधानसभा उपचुनाव के बात करे तो डूंगरपुर जिले की चौरासी विधानसभा में उपचुनाव होंगे. यहां से लगातार दो बार राजकुमार रोत विधायक बने. अब वह बांसवाड़ा लोकसभा सीट से सांसद बन गए तो उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में यहां उपचुनाव होंगे.