बड़ी खबर: राजस्थान कैबिनेट विस्तार से पहले CM अशोक गहलोत ने दिए संकेत, इस नेता की मंत्रिमंडल से होगी विदाई
Rajasthan Cabinet Expansion: मंगलवार को सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान सरकार की कैबिनेट में शामिल मंत्री की विदाई के संकेत दे दिए. राजस्थान में इसी सप्ताह मंत्रिमंडल में फेरबदल संभव है.
Rajasthan News: राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चाओं के बीच आज सीएम अशोक गहलोत ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटसरा की मंत्रिमंडल से विदाई के संकेत दे डाले. डोटसरा अभी राजस्थान में मंत्री के अलावा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं. ऐसे में ये माना जा रहा है कि सम्भवतः वे मंत्री पद से इस्तीफ़ा देंगे. जयपुर में मंगलवार को बिड़ला सभागार में शिक्षक सम्मान समारोह चल रहा था और समारोह में खुद सीएम गहलोत भी मौजूद थे. समारोह में पहले सीएम गहलोत का भाषण हुआ तो उन्होंने अपने भाषण के दौरान वहां मौजूद शिक्षकों से पूछ लिया कि सुनने में आता है कि शिक्षकों को अपने तबादले के लिए पैसे देने पड़ते है क्या ये सही है? इस पर शिक्षकों ने कहा कि हां देने पड़ते हैं. ये सुनकर सी एम बोले कि अगर ऐसा है तो ये बेहद दुखदाई है. उन्होंने इसके लिए जल्दी ही तबादला नीति बनाए जाने की बात कही.
सीएम के बाद शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा भाषण देने आए. उन्होंने तबादलों में पैसे के मुद्दे पर सफ़ाई देते हुए कहा कि अगर किसी ने उनके स्टाफ़ को चाय भी पिलाई हो तो वो बताए. इसके बाद डोटासरा ने अपने तीन साल के मंत्री कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई. इस दौरान उन्होंने अपने विभाग में हुई भर्तियों से लेकर सुधार तक का हवाला दिया. डोटासरा के भाषण के बाद सीएम ने ये कहकर राजनीतिक चर्चा को हवा दे दी कि आज शिक्षा मंत्री का भाषण सुनकर ऐसा लगा कि ये उनका विदाई भाषण है. वो अब सिर्फ़ प्रदेश अध्यक्ष ही रहना चाहते हैं.
आगे सी एम बोले कि वैसे डोटासरा आलाकमान के समक्ष भी अपनी भावना कई बार ज़ाहिर कर चुके हैं कि उनके पास दो दो बड़ी ज़िम्मेदारी है. गहलोत के इस तरह के संकेत से साफ़ लग रहा है कि डोटासरा की मंत्रिमंडल से विदाई होने जा रही है. वैसे डोटासरा गहलोत के बेहद करीबी हैं इसलिए गहलोत भी यही चाहते है कि संगठन पर उनकी पकड़ क़ायम रहे और वो तभी मुमकिन होगा जब उनका करीबी और विश्वासपात्र व्यक्ति प्रदेश अध्यक्ष रहे.
राजस्थान में इसी सप्ताह मंत्रिमंडल फेरबदल सम्भव है और एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत लागू हुआ तो डोटासरा के अलावा चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी भी मंत्रिमंडल से बाहर हो सकते हैं. रघु शर्मा को पार्टी आलाकमान ने गुजरात और हरीश चौधरी को पंजाब का प्रभारी नियुक्त किया है.