Rajasthan News: राजस्थान में शनिवार को 22 मंत्रियों ने शपथ ली. इनमें श्रीकरनपुर के प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी (Surendra Pal Singh TT) भी शामिल हैं. सुरेंद्र पाल के शपथ लेने को कांग्रेस ने चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन किया है. दरअसल, श्रीकरनपुर में 5 जनवरी को चुनाव होने हैं. इसके पहले उन्हें मंत्री बनाए जाने पर कांग्रेस बिफरी हुई है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने कहा कि वह इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे और संभव हुआ तो कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएंगे. 


समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में डोटासरा ने कहा, ''आखिर दिल्ली से पर्ची आ ही गई और भजनलाल शर्मा जी के मंत्रीमंडल ने शपथ ली है. मैं उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देता हू्ं.आज हमने देखा कि राजस्थान में संविधान की मर्यादा को तार-तार किया गया. चुनाव आयोग को ठेंगा दिखाया गया और बीजेपी का अहंकार सातवें आसमान पर चढ़कर बोल रह था. जब शपथ ग्रहण समारोह चल रहा था हम देख रहे थे कि सुरेंद्र पाल सिंह टीटी जो कि श्रीकरनपुर से प्रत्याशी हैं, 5 जनवरी को वहां वोटिंग है. उनको चलते चुनाव में आचार संहिता के बीच मंत्री पद की शपथ दिलाकर बीजेपी ने श्रीकरनपुर की जनता को लुभाने का प्रयास किया.''


बीजेपी के लिए कानून कुछ भी नहीं- डोटासरा
गोविंद डोटासरा ने आगे कहा, '' हम सबलोग इसकी निंदा करते हैं. बीजेपी न संविधान को मानती है न चुनाव आय़ोग को मानती है. चुनाव आयोग का जो नया कानून पारित किया है जिससे सीजेआई को बाहर किया है. उसका नमूना आज हम सबको देखने मिला है.  शुरुआत ही उन्होंने इस तरह से कर दी है. जो आशंकाएं पूरे देश में जाहिर की जा रही कि आगे चुनाव होंगे कि नहीं, वह देखने को मिल रही है किस प्रकार से चलते चुनाव में, मतदाता को प्रभावित कर उन्होंने संविधान को एक कोने में रख दिया और कानून इनके लिए कुछ नहीं है.''


डोटासरा का एलान, जरूरी हुआ तो कानूनी रास्ता भी अपनाएंगे
डोटासरा ने हमलावर अंदाज में कहा, ''चुनाव आोग इनके लिए कुछ नहीं है. मंत्री पद की शपथ दिलाई है.  कुछ भी कर ले. कितना भी जतन कर ले. श्रीकरनपुर में मतदाता ने स्वर्गीय गुरमीत सिंह कुन्नर जी को सच्ची श्रद्धांजलि देने का मन बना लिया है. कांग्रेस की रीति-नीति और पिछली सरकार के काम और योजनाओं से प्रभावित होकर वहां की जनता रूपेंद्र सिंह कुन्नर को भारी मतों से जिताएगी. और टीटी साहब को फिर से इस्तीफा देना पड़ेगा. यह जो चुनाव के नियमों का उल्लंघन किया है.  राजस्थान और देश की जनता देख रही है. यह देश में पहला ऐसा उदाहऱण देखने को मिला है. जो आज बीजेपी ने किया है हम उसकी निंदा करते हैं. बीजेपी को 5 तारीख का इंतजार करना चाहिए था.  जीत जाते तो मंत्री पद की शपथ दिलाने का हम स्वागत करते. हम चुनाव आयोग जाएंगे और आवश्यक हुआ तो कानूनी रास्ता भी अपनाएंगे.''


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