Chhabra Municipality News: नगर पालिका छबड़ा में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है जिसमें नगर पालिका के सरकारी खाते से संविदा कर्मचारियों ने 43 लाख 79 हजार 500 रुपए के फर्जी बिल का भुगतान कर दिया. मामले को लेकर तत्कालीन अधिशासी अधिकारी महेंद्र सिंह चारण ने छबड़ा थाने पहुंच कर 2 संविदा कम्प्यूटर ऑपरेटर व एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. बड़ी बात यह है कि 9 माह तक लगातार यह गबन होता रहा तथा जिम्मेदार तत्कालीन अधिशासी अधिकारी महेंद्र सिंह चारण को इसकी भनक तक नहीं लगी. 


छबड़ा थानाधिकारी राजेश खटाना ने बताया कि तत्कालीन अधिशासी अधिकारी महेंद्र सिंह चारण ने मुकदमा दर्ज करवाते हुए बताया कि 30 जनवरी 2023 से 20 फरवरी 2024 तक वे अधिशासी अधिकारी के पद पर नगरपालिका छबड़ा में पदस्थापित थे. 20 फरवरी 2024 को मेरा स्थानान्तरण नगर पालिका छबड़ा से नगरपालिका दाता (सीकर) होने पर 20 फरवरी 2024 को छबड़ा से रिलीव होकर अगले दिन 21 फरवरी 2024 को नगरपालिका दाता में ज्वाइन कर लिया.


27 फरवरी 2024 को शाम को मेरे पास नगरपालिका छबड़ा से चेयरमैन कैलाशचन्द जैन द्वारा फोन कर अवगत करवाया गया कि कैशियर नवल किशोर द्वारा कैश का मिलान करने पर राशि 43 लाख 79 हजार 500 रुपए का अनियमित भुगतान होना पाया गया. 


राशी के भुगतान में कोई सक्षम स्वीकृति व दस्तावेज भी नहीं 
नाधिकारी राजेश खटाना ने आगे बताया कि इस पर मैंने इस सम्बन्ध में कार्यालय कार्मिक से वाट्सएप पर वाउचरों व अन्य जानकारी प्राप्त की तो प्रथम दृष्टया पाया गया कि मेरे द्वारा इस सम्बन्ध में किसी भी प्रकार का कोई भुगतान नहीं किया गया.


विभागीय दिशा निर्देशानुसार भुगतान से संबंधित प्रक्रिया कोषालय स्तर से डेवलप पे-मैनेजर सॉफ्टवेयर द्वारा की जाती है और उक्त पे-मैनेजर पर डीडीओ के डिजिटल हस्ताक्षर डीडीओ अर्थात मेरे द्वारा होते हैं. चूंकि कार्य की अधिक व्यस्तता एवं फील्ड सम्बन्धित बहुत अधिक कार्य होने के कारण उक्त कार्य मेरे सानिध्य में नगर पालिका छबडा के ऑपरेटर हरिशंकर शर्मा हाल निवासी छबडा व दीपक को डीएससी (डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट) दी गई थी. 


इस डीएससी डोंगल नगर पालिका छबडा के ऑपरेटर हरिशंकर निवासी छबडा व दीपक को दी गई थी, मेरी बिना किसी जानकारी व बिना किसी सक्षम स्वीकृति के 43 लाख 79 हजार 500 रुपए के बिलों का नगर पालिका छबडा के ऑपरेटर हरिशंकर व दीपक द्वारा खाता धारक सुनील वर्मा के खाते में भुगतान किया है. जिसमें डिजिटल सिग्नेचर का दुरुपयोग किया गया है.


वाउचरों से प्राप्त जानकारी अनुसार खाताधारक सुनील वर्मा के बैंक फोटक महिंद्रा राजा पार्क ब्रांच खाता नम्बर 8047678107 में 4379500 रुपए ट्रांसफर किए गए हैं. इस राशि के भुगतान में कोई वैध दस्तावेज व सक्षम स्वीकृति संलग्न नहीं है. सभी लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्यवाही भी करें.


कांग्रेस के 4 साल के कार्यकाल की भी जांच की मांग
भारतीय जनता पार्टी के पार्षद रितेश शर्मा ने आरोप लगाया है कि नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों, अधिशासी अधिकारी और कर्मचारियों के मिली भगत का यह पूरा खेल है. रितेश शर्मा का कहना है, "भुगतान हो जाने की पूरी जानकारी 8 महीने बाद सामने आना ही सिस्टम का पूरा दोष है. जिन कार्मिकों पर आरोप लगा है. वह नगर पालिका में लंबे समय से काम कर रहे थे. पहले भी उन्होंने इस तरह का काम किया होगा, इसलिए पूरे 4 साल के कार्यकाल की जांच होनी चाहिए ताकि जो भी वस्तुस्थिति हो वह स्पष्ट की जा सके और दोषियों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाए".


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