CM Ashok Gehlot Speech: सीएम अशोक गहलोत ने कहा, मेरे प्यारे देशवासियों को आजादी के 75 साल पूरे हुए और 76वां स्वतंत्रता दिवस आज हम सब लोग मना रहे हैं. ये अमृत महोत्सव के रूप में पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. इसके लिए मैं प्रदेशवासियों को बहुत बहुत बधाई देता हूं. आज हमारे लिए गर्व का दिन है. मैं इस मौके पर ज्ञात-अज्ञात महापुरुषों और स्वतंत्रता सैनानियों को नमन करता हूं. महात्मा गांधी के सानिध्य में पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद, भगत सिंह, लाला लाजपत राय जैसे नेताओं ने बिना किसी बाहरी मुल्क के सहयोग से गांधी जी के बताए अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करवा दिया. इसीलिए हमारा देश दुनिया में एक अलग पहचाना रखता है. उन्होंने भगत सिंह की शहादत का भी जिक्र किया. 


'शिक्षा में आगे बढ़ा राजस्थान'
सीएम अशोक गहलोत ने कहा, "1947 में जब देश आजाद हुआ था तब कुछ नहीं था. लेकिन अब देश शिक्षा से लेकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है." राजस्थान का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान देश के अग्रणी राज्यों में से एक है. यहां कॉलेजों में लड़कियां पढ़ाई में लड़कों से आगे निकल गई हैं, जो इस बात का प्रतीक है कि राजस्थान में शिक्षा को लेकर तेजी से काम हुआ है. 


 




'स्वास्थ्य के क्षेत्र में राजस्थान बना नंबर वन'
अपने भाषण के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कहा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में आज राजस्थान नंबर वन राज्य है. राजस्थान देश में पहला ऐसा राज्य बना है जहां एक करोड़ 35 लाख परिवारों को हर तरह का फ्री इलाज दिया गया है. मैं उम्मीद करता हूं कि पीएम नरेंद्र मोदी राजस्थान का स्वास्थ्य मॉडल पूरे देश में लागू करेंगे. 


स्मार्टफोन से बच्चों को मिलेगा कॉन्फीडेंस
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए लगाए लए लॉकडाउन में बच्चे स्मार्टफोन और लैपटॉप नहीं होने की वजह से पढ़ नहीं पाए. अब जब बच्चों को स्मार्टफोन और लैपटॉप मिलेगा तो उनमें और उनके परिवारों में कॉन्फिडेंस आएगा. बच्चे जान सकेंगे कि देश और दुनिया में क्या हो रहा है. साथ ही वे अपने रिश्तेदारों से भी बात कर पाएंगे. 


अभी भी कई कमजोरियां
सीएम ने कहा सर्व धर्म समभाव की वजह से आज देश एक है. हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन और पारसी सभी लोगों को लगा ये हमारा मुल्क है. हमारे देश में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती हैं, लेकिन फिर भी हम एक हैं क्योंकि हमारी मूल भावना एक है. संविधान के अंतर्गत सभी को समान अधिकार है. कोई भेदभाव नहीं है. सीएम ने आगे कहा कि जो 75 साल बाद भी देश में कई कमजोरियां हैं. छुआछूत मानवता पर कलंक है. जो लोग धर्म की बात करते हैं उन्हें इस पर ध्यान देना चाहिए और इसे खत्म करने के लिए अभियान चलाना चाहिए.  


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