Barmer: सीएम गहलोत ने पूरा किया 2008 का ड्रीम प्रोजेक्ट, पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया
Pachpadra Refinery: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने 2008 के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा किया है, जिसके तहत उन्होंने पचपदरा में रिफाइनरी की शुरुआत की है, जिसमें कच्चे तेल को रिफाइन किया जाएगा.
Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज शुक्रवार से दो दिन तक मिशन बाड़मेर के दौरे पर हैं. 2 जून की सुबह 11:30 बजे सीएम गहलोत हेलीकॉप्टर से पचपदरा रिफाइनरी पहुंचे. इस दौरान मंत्री हेमाराम चौधरी, पचपदरा विधायक मदन प्रजापत, बायतु विधायक हरीश चौधरी, मंत्री प्रमोद भाया सहित रिफाइनरी अधिकारियों ने सीएम का स्वागत किया. हेलीपैड से मुख्यमंत्री सीधे पदपचरा रिफाइनरी में बने बैठक हॉल में गए. इस दौरान लोगों ने उनका अभिवादन किया. पचपदरा रिफाइनरी को राजस्थान रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स परियोजना (आरआरपी) के तहत शुरु किया गया है.
वहीं रिफाइनरी बैठक के बाद रिफाइनरी का विजिट भी किया. पचपदरा रिफाइनरी से मुख्यमंत्री बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में जनसभा को संबोधित करने के लिए निकले. सभा में आने वाले लोगों के लिए खासतौर पर भोजन की तैयारियां की गई हैं. बता दें कि पचपदरा रिफाइनरी के हॉल में सीएम अशोक गहलोत, मुख्य सचिव उषा शर्मा एचपीसीएल के अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल हुए. बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रिफाइनरी क्षेत्र का विजिट किया.
सीएम ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश
सीएम अशोक गहलोत पचपदरा रिफाइनरी पहुंचे और रिफाइनरी क्षेत्र में पौधारोपण कर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया. वहीं सुरक्षा के इंतजाम को लेकर बाड़मेर कलेक्टर अरूण पुरोहित, वार्ड में एचपी विगत आनंद, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अश्विनी पवार, बालोतरा उपखंड अधिकारी विवेक रावत सहित अधिकारी साथ में मौजूद रहे. पचपदरा एचपीसीएल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इस रिफाइनरी क्षेत्र में आने वाले लोगों को एंट्री पास के बगैर अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई थी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपना ड्रीम प्रोजेक्ट पचपदरा रिफाइनरी 2008 के कार्यकाल के अंतिम दिनों में शुरु किया था, जिसका शिलान्यास कांग्रेस की तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया था. इस रिफाइनरी के शिलान्यास के समय 43 हजार करोड़ रुपए का बजट तैयार किया गया था, लेकिन प्रोजेक्ट समय सीमा में शुरू नहीं होने से और महंगाई के समय के साथ लगातार बढ़ने से रिफाइनरी का बजट 75 हजार करोड़ से ज्यादा पहुंच गया. कोरोना महमारी के बाद इस रिफाइनरी की लागत एक लाख करोड़ से भी बाहर पहुंचने की आशंका जताई जा रही है. पचपदरा रिफाइनरी का निर्माण 11 हजार बीघा जमीन पर किया गया है. पचपदरा की अत्याधुनिक रिफाइनरी देश की अन्य रिफाइनरी से अलग होने की बात कही जा रही है. कच्चे तेल की रिफाइनरी, पचपदरा की रिफाइनरी में की जा सकेगी.
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