Bundi News: अब प्राइमरी में स्कूल में भी टेबल-कुर्सी पर बैठेंगे बच्चे, इंग्लिश बेहतर करने के लिए किया जाएगा ये काम
जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि बच्चों की बेहतर हैंड राइटिंग के लिए पहली से पांचवी बच्चों को टेबल कुर्सी की व्यवस्था करवाई जाए.
Bundi News: बूंदी जिले के सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षा पाने वाले छात्र-छात्राओं के लिए सरकार व्यवस्थाओं को बेहतर करने में जुटी है. इसमें बैठने के लिए टेबल कुर्सी उपलब्ध करवाई जाएगी. स्कूलों में सुबह होने वाली प्रार्थना सभा में 5 मिनट महात्मा गांधी के विचारों पर चर्चा की जाएगी. सरकारी स्कूलों में बच्चों को अंग्रेजी अखबार पढ़ने की सुविधा भी मिलेगी, ताकि उनकी अंग्रेजी भाषा को मजबूती मिले. यह पहल बूंदी जिला कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी ने बूंदी से शुरू की है. प्रदेश में अब तक सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र छात्राओं को ही कुर्सी टेबल मिलती थी. लेकिन अब जिले के सभी प्राथमिक शिक्षा पाने वाले बच्चों को भी टेबल कुर्सी मिलेगी.
जिला कलेक्टर ने कहा कि स्कूल का माहौल बदलने के लिए प्रयास हों ताकि छात्र छात्राएं पढ़ाई में रुचि दिखा सकें. स्कूल के कक्षाओं में अलग अलग तरीके के चित्र बनाए जाए, जिन्हें पढ़ने आने वाले बच्चे देखकर उत्साहित हों और पढ़ने में रुचि लें. स्कूलों में पौधारोपण करने के लिए कार्ययोजना बनाए जाए, जिसमें स्कूलों में युद्ध स्तर पर पौधारोपण हो. उन्होंने कहा कि पौधे उतने ही लगाएं जाए, जितने पौधों की देखभाल हो सके. उन्होंने निर्देश दिए कि बच्चों को शुद्ध पेयजल मिले इसके लिए टंकी की नियमित सफाई हो, स्कूलों में पानी की टंकी पर सफाई की तारीख अंकित की जाए. इसमें लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए.
जर्जर भवन से बच्चे होंगे दूसरी जगह शिफ्ट
बूंदी जिले में अधिकतर स्कूल पुराने भवन में चलने से स्कूल का भवन जर्जर अवस्था में हो चुका है. फिर भी उन जर्जर भवनों में बच्चे शिक्षा लेने को मजबूर है. बूंदी कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई जिला निष्पादन समिति की बैठक में अधिकारियों ऐसे जर्जर अवस्था वाले भवनों को चिन्हित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए है. जिला कलेक्टर रविन्द्र गोस्वामी ने कहा कि वहां से बच्चों को अन्य सुरक्षित भवनों में अध्ययन करवाया जाए. सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के लिए क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों समाजसेवियों को अपने साथ जोड़े और इस अभियान को सफल बनाएं. शक्ति दिवस पर शिक्षक बच्चों के सामने आयरन की गोली लें, ताकि बच्चे भी प्रेरित हो. जिले के मॉडल स्कूलों में प्रार्थना सभा में संगीत के संसाधन को उपयोग भी हो.
होगी टेबल कुर्सी की व्यवस्था
बैठक में जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि बच्चों की बेहतर हैंड राइटिंग के लिए पहली से पांचवी बच्चों को टेबल कुर्सी की व्यवस्था करवाई जाए. उन्होंने कहा कि शुरुआती शिक्षा में छोटे बच्चों को लेखन में पूरी सुविधा मिलेगी तो वह पढ़ने के साथ-साथ अपनी हैंडराइटिंग को भी अच्छा बना सकेंगे. हमारी कोशिश होगी बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ बेहतर हेड राइटिंग भी सिखाई जा सके. एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए जिला कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी ने बताया कि हैंड राइटिंग सीखने की एज प्राथमिक शिक्षा में ही होती है. अगर उस समय सुविधाएं पूरी नहीं मिले तो हैंडराइटिंग कई कारणों से सही नहीं हो पाती. हमारी कोशिश हैं कि बच्चों को टेबल कुर्सी व सभी सुविधाएं मिलें ताकि उनकी हेड राइटिंग अच्छी हो सके.
इंग्लिश स्पीकिंग के लिए हो फोकस
इन प्राइमरी स्कूलों में नवा चारों के साथ-साथ बच्चों को इंग्लिश स्पीकिंग भी पढ़ाई जाएगी. अभियान के तहत स्कूल में प्रार्थना सभा में 5 मिनट इंग्लिश न्यूज़ पेपर पढ़ाया जाएगा ताकि बच्चों में ताकि बच्चों में बेहतर इंग्लिश की समझ आ सके. स्कूल प्रार्थना सभा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सहित अन्य महापुरुषों के बारे में भी बताया जाएगा ताकि बच्चा पढ़ाई के साथ-साथ अच्छे विचार भी मिल सके. अभियान के तहत प्रार्थना सभा में रोज अलग-अलग बच्चे 5 मिनट महापुरुषों और स्पीकिंग इंग्लिश में बातें करेंगे.
ये भी पढ़ें
Bundi News: बूंदी में अब हर बुधवार को अधिकारी करेंगे सरकारी दफ्तरों की सफाई, कलेक्टर ने दिए आदेश