Chittorgarh By Election: राजस्थान में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उपचुनावों का दौर चल रहा है. कहीं पर कांग्रेस तो कहीं बीजेपी का परचम लहरा रहा है. यही नहीं, राजनीति में कई नए किस्से भी बन रहे हैं. हाल ही में राजसमन्द में एक बुजुर्ग प्रत्याशी ने लगातार 50 साल तक शिकस्त पाने के बाद अब 10वीं बार में जीत हासिल की. यहीं नहीं, चित्तौड़गढ़ में भी एक नया किस्सा बना. यहां हुए उपचुनाव में 21 साल की युवती भारी मतों से विजयी बनी. 


खास बात यह रही कि उसने खुद ही पहली बार वोट दिया और खुद को वोट देकर उपचुनाव में जीत हाासिल कर ली. युवती का नाम है रवीना मेनारिया, जो अभी फर्स्ट ईयर स्टूडेंट हैं. रवीना ने चित्तौड़गढ़ नगर परिषद में वार्ड 28 उपचुनाव में विजय प्राप्त कर ली और इसी के साथ पार्षद बन गई हैं. 


अपनी चाची का तोड़ा रिकॉर्ड, 211 मतों से विजय प्राप्त की
चित्तौड़ नगर परिषद वार्ड 28 के रविवार सुबह परिणाम आए, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी रवीना मेनारिया ने अपनी प्रतिद्वंद्वी बीजेपी प्रत्याशी मंजू शर्मा को बड़े अंतर से हराया. इसी वार्ड में रवीना की चाची दीप्ती मेनारिया भी पार्षद थीं. उनके निधन के बाद यहां उपचुनाव हुए. इस उपचुनाव में रवीना ने पिछली बार से 15.24% वोट ज्यादा लाकर विजय प्राप्त की. 


वार्ड में कुल 1267 वोटिंग हुईं, जिसमें रवीना को 721 और बीजेपी की मंजू शर्मा को 513 वोट मिले. 26 वोट नोटा में गए. जानकारी के मुताबिक, रवीना ने अपनी ही चाची से 5 गुना ज्यादा वोट पाकर रिकॉर्ड बनाया है और विजय प्राप्त की है.


'पढ़ाई के साथ जनता का काम करूंगी'
रवीना ने एबीपी से बात करते हुए बताया कि लास्ट ईयर 12वीं की परीक्षा पास कर वह ग्रेजुएशन के फर्स्ट ईयर में आई हैं. आगे भी पढ़ाई जारी रखेंगी. साथ में जो चाची के समय में पेंडिंग काम हैं, उनको पूरा करने की प्राथमिकता रहेगी. इसके बाद जो भी जनता की मांग है, रवीना उन्हें उठाएंगी और पूरा करेंगी. 


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