Churu News: चूरू के 24 गांव में 6-7 साल से नहीं दर्ज हुआ एक भी अपराध, इस तरह होता है विवाद का निपटारा
चूरू के 24 गांव में पिछले 6 से 7 वर्षों के दौरान एक भी अपराध का मामला दर्ज नहीं हुआ है. प्रशासन के सहयोग ने पुलिस नई पहल शुरू करने जा रही है. गांवों के बीच खेल प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जाएंगी.
Churu News: चूरू जिले का 11 थाना क्षेत्र अपराध मुक्त बन गया है. 24 आदर्श गांव में पिछले 6 से 7 वर्षों के दौरान एक भी अपराध का मामला दर्ज नहीं हुआ है. अपराध मुक्त गांवों की जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक आनन्द दिगंत ने काफी खुशी जताई है. प्रशासन के सहयोग ने पुलिस नई पहल शुरू करने जा रही है. गांवों के बीच कबड्डी, खोखो, कुश्ती, बॉलीबाल प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जाएंगी. दूसरे गांव के लोगों को प्रेरित करने की खातिर प्रतियोगिता में जीतनेवाली टीमों को पुरस्कृत किया जाएगा.
11 थाना क्षेत्रों का 24 गांव बना अपराध मुक्त
छापर थाना क्षेत्र के राजपुरा में एक ही चारण वंशज परिवार रहता है. करीब 15 घरों वाले गांव में आज भी बड़े बुजुर्गों का फैसला सर्वमान्य है. बुजुर्गों के अनुसार गांव में कोई बड़ा विवाद नहीं हुआ है और अगर कोई छोटा मोटा विवाद होता भी है तो आपस में मिल बैठकर निपटा लिया जाता है. मामले को थाना या कोर्ट कचेरी तक ले जाने की जरुरत नहीं पड़ती.
राजगढ़ थाना क्षेत्र चूरू जिले में अपराध का गढ़ मन जाता है. ढंढाल खेता गांव में लगभग 100 घरों की आबादी है. गांव के ज्यादातर लोग कृषक हैं और खेती बाड़ी से जुड़े हुए हैं. गांव की परंपरा है कि मामलूी घटना होने पर आपसी समझाइश से मामले का निपटारा हो जाता है. ग्रामीणों में सहयोग की भावना के चलते कभी कोई बड़ा विवाद नहीं होता. पुलिस थाना या कोर्ट तक किसी मामले को लोग नहीं जाने देते.
तारानगर के करणीसर गांव में 60 घरों की आबादी है. बुजुर्गों का कहना है कि गांव में सभी लोग आपसी सद्भाव से रहते हैं. एक दूसरे के सुख दुख में काम आते हैं. दावा है कि कभी कोई बड़ा विवाद नहीं होता है. सभी लोग भाई चारा के साथ जिंदगी गुजारते हैं. कोई बात हो भी जाती है तो गांव के बुजुर्ग आपस में चर्चा कर समझाइश से मामले को सुलझा लेते हैं. मामला पुलिस थाना तक कभी पहुंचने की नौबत नहीं आती.
6-7 वर्षों में नहीं दर्ज हुआ एक भी अपराध
सिद्वमुख थाना क्षेत्र में हरियाणा बॉर्डर से सटा होने के कारण आपराधिक घटना सामने आती है. माना जाता है कि पड़ोसी राज्य के आपराधिक प्रवृत्ति वाले घटना को अंजाम देते हैं. इसी थाना क्षेत्र के धारणा गांव में लगभग 110 घर है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव के लोगों में भाईचारा है. इस कारण विवाद होता ही नहीं. कभी कभार कोई कहा सुनी हो भी जाती है तो थाने में जाने की बजाय आपस सुलझा लिया जाता है. गांव के सभी लोग एक दूसरे से राय मशवरा कर मिलजुल कर काम करते हैं.
तारानगर थाना क्षेत्र के रोजाणी गांव में 30 से 40 घर हैं. ग्रामीणों ने बताया कि गांव के लोगों का आपसी सामंजस्य अच्छा है. किसी प्रकार की बात होने पर आपस में ही बैठकर चर्चा कर लेते हैं. इसलिए इस गांव से बीते 7 साल में कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं हुआ.
इन 11 थाना क्षेत्रों के 24 गांव से नही हुए पिछले 6,7 वर्षो से एक भी आपराधिक मामले दर्ज।
राजगढ़ थाना क्षेत्र -
थाना क्षेत्र के खेडी, ढंढाल खेता, पाबासी, बास सेऊआ, मुंदी ताल व लूदी छाजू
तारानगर थाना क्षेत्र
ढाणी भाटियान रोजाणी करणीसर
सरदारशहर थाना क्षेत्र
मलसीसर में लोडसर
भालेरी थाना क्षेत्र
आसुसर, काण्डवास
छापर थाना क्षेत्र
राजपुरा, लोणा
देवीपुरा, फ्रांसा
हमीरवास थाना क्षेत्र
ढाणी भूतान, जीराम बास
सिद्वमुख थाना क्षेत्र
कलाल कोटडा, धांगड़ा
सालासर थाना क्षेत्र
ढाणी सांड़न
बिदासर थाना क्षेत्र
दुर्गाना रामनगर
दूधवाखारा थाना क्षेत्र
चूरू पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद का कहना है कि जिले की कानून व्यवस्था का फीडबैक लेने के दौरान पता चला कि जिले में 11 थाना क्षेत्रों के 24 गांवों में 6 से 7 साल में कोई अपराधिक मामला दर्ज नहीं हुआ. संबंधित थानों से इन गांवों की सूची तैयार करवाई गई है. जिला प्रशासन के सहयोग से इन गांवों में संचालित प्रतियोगिताएं करवाई जाएगी. गांवों में प्रचलित खेल की जानकारी हासिल की जाएगी. उसी के हिसाब से प्रतियोगिताएं होंगी. 24 गांव की टीमें तैयार कर मैच करवाए जाएंगे. प्रेरणा दिलाने के लिए विजेता टीमों को पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि अपराध मुक्त होने की सोच विकसित हो.