Rajasthan CID Intelligence Agency: राजस्थान सीआईडी इंटेलिजेंस एजेंसी ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले एक शातिर अपराधी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. वह पाकिस्तानी आकाओं के लिए सेना के जवानों को हनी ट्रेप करने के लिए सिम कार्ड से फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट का खेल रचता था. महानिदेशक पुलिस इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि राजस्थान सीआईडी इंटेलिजेंस द्वारा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों की ओर से राजस्थान में की जाने वाली जासूसी गतिविधियों की निगरानी की जा रही थी. इसी निगरानी के दौरान जानकारी में आया कि भीलवाड़ा में बेमाली निवासी नारायण लाल गाडरी सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से निरंतर सम्पर्क में है, उक्त संदिग्ध को जासूसी गतिविधियों में लिप्त पाये जाने के चलते गिरफ्तार किया है.


यह आरोपी विभिन्न मोबाइल कंपनियों के सिमकार्ड जारी करवाकर पाक हैंण्डलिंग अफसरों द्वारा भारतीय मोबाइल नंबरों से सोशल मीडिया अकाउंट संचालन हेतु उपलब्ध करवाने के आरोप में पिछले दिनों मुकदमा दर्ज कर 14 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. जो न्यायिक अभिरक्षा में चल रहा है, इस प्रकरण में अनुसंधान के दौरान पाया गया कि नारायण लाल द्वारा पाक हैण्डलिंग अफसर के इशारे पर किये जा रहे जासूसी के कामों में मदद करता था. वह दिल्ली में संजय कॉलोनी भाटी माईस निवासी भागचन्द पुत्र बल्लूराम की सहायता कर रहा था और भागचन्द भी पाक हॅण्डलिंग अफसर के सम्पर्क में रहते हुए जासूसी कार्यों में लिप्त था.


पाकिस्तान का निवासी है आरोपी भागचंद


दिल्ली से संदिग्ध को तलब कर पूछताछ की गई तो सामने आया कि भागचन्द का जन्म पाकिस्तान में हुआ था जो 22 साल की उम्र में परिवार सहित वीजा लेकर साल 1998 में दिल्ली में आ कर रहने लगा. साल 2016 में भारत की नागरिकता प्राप्त कर ली और दिल्ली में ही टैक्सी चलाने व मजदूरी का कार्य करने लगा. भागचन्द के रिश्तेदार और अन्य परिजन पाकिस्तान में रहते है, जिनके माध्यम से भागचन्द 3-4 सालों से पाकिस्तानी हैण्डलिंग अफसर के संपर्क में था. 


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एमडीएच मसाले के पैकेट में सिमकार्ड मुंबई भेजे


भाटी माईस बाजार से खरीदकर सिमकार्डों को फोन में लगाकर आये हुए ओटीपी शेयर कर पाकिस्तान में भारतीय मोबाईल नंबर से सोशल मीडिया अकाउंट चलाने के लिए वाट्सएप एवं सिंग्नल एप डाउनलोड करवाता था. उसके बाद सिमकार्डों को पाक हैण्डलिंग अफसर के कहे अनुसार बच्चों के कपड़ों में छिपाकर व एमडीएच मसालों के पैकेट के साथ एक पार्सल के द्वारा मुंबई भिजवाये गये थे. भागचन्द द्वारा पाक हैण्डलिंग अफसर के चाहे जाने पर 2-3 साल पूर्व भी अपने नाम से सिमकार्ड कार्ड खरीद कर पाकिस्तानी हैंण्डलर को वाट्सएप डाउनलोड करवाया था और उसके सम्पर्क में था. अब पाक हैंण्डलिंग अफसर द्वारा भिजवायी गई धनराशि अपने पेटीएम के माध्यम से बैंक खाते में प्राप्त करने पर भागचन्द को गिरफ्तार किया गया है.


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