Jaisalmer: केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) 2 दिन के जैसलमेर (Jaisalmer) दौरे पर हैं. इस दौरान शुक्रवार (16 जून) को पोकरण में मीडिया से बात करते हुए सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर जमकर जबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि संजीवनी को ऑपरेटिव सोसाइटी गबन (Sanjeevani Co Operative Society) मामले में सीएम गहलोत मुझे आरोपी बता रहे हैं. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि मैं उन्हें (अशोक गहलोत) संजीवनी मामले को लेकर खुले मंच पर बहस की चुनौती देता हूं. 


केंद्रीय मंत्री शेखावत ने सीएम गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा कि 100 रुपए के शेयर को खरीदकर 40 हजार में मलेशिया की कंपनी को बेचकर, करोड़ों रुपए के कालेधन को सफेद करने का काम वो करते हैं. वे आरोप मुझ पर लगाते हैं. अपने गिरेबान में झांककर देखें कालिख के अलावा कुछ भी नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि सारी एजेंसियां उनके पास हैं. एजेंसियों का जितना दुरुपयोग कर सकते थे, उतना उन्होंने किया है. उसके बाद भी उनके वकीलों को कोर्ट में खड़े होकर स्वीकार करना पड़ा कि गजेंद्र सिंह का न तो किसी एफआईआर में नाम है, न किसी चार्जशीट में नाम है.



एजेंसी के दुरुपयोग का नायाब उदाहरण है राजस्थान- शेखावत
गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान की गहलोत हमला बोलते हुए कहा कि आपके पास सारी एजेंसी हैं. जब आप पुलिस का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे थे, तब मैं हाईकोर्ट में जमानत के लिए नहीं बल्कि इस झूठी बेबुनियाद जांच को रोकने की प्रार्थना लेकर सेक्शन 482 सीआरपीसी के तहत प्रार्थना लेकर न्यायालय में गया था. इस मामले में हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि इस मामले आप कोई भी कदम नहीं उठाओगे. मुख्यमंत्री देशभर में जाकर इस बात के लिए बयान देते हैं कि एजेंसियों का दुरुपयोग भारत सरकार कर रही है. एजेंसी के दुरुपयोग का नायाब उदाहरण कही है तो वह राजस्थान में है.


प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री शेखावत ने पोकरण विधानसभा क्षेत्र में विकास के मुद्दे पर कहा कि सालेह मोहम्मद पिछले साढे 4 साल से विधायक हैं, उनके मुख्यमंत्री पहले दो बार मुख्यमंत्री और कई बार सांसद रह चुके हैं. उन्होंने आज तक इस क्षेत्र में पानी नहीं पहुंचाया. पोकरण क्षेत्र के लगभग 40 हजार घर ऐसे थे, जिनमें बिजली नहीं थी. 70 हजार परिवार ऐसे थे जो बेघर थे उनको घर मोदी जी दे रहे हैं. उन्होंने गहलोत सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि ये आपने क्यों नहीं किया?


डीएडीपी स्कीम बंद करने के आरोप पर मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत क्या कहा?
बीआरटीएफ नाम की स्कीम के मुद्दे पर मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि स्थानीय विधायक बॉर्डर एरिया में स्कीम बीआरटीएफ को बंद करने की बात कह रहे हैं, जबकि बीआरटीएफ नाम से कोई स्कीम ही नहीं है. दरअसल उस स्कीम का नाम डीएडीपी है. उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाले विधायक कितने पढ़े लिखे हैं. डीएडीपी स्कीम को बंद नहीं किया गया है बल्कि इस स्कीम में कुछ राजनीतिक संकट था. इस योजना में सीमावर्ती गांव को छोड़कर जैसलमेर में कलेक्टर के बंगले में इंटीरियर कराया और उनके लिए गाड़ी खरीदी जा रही थी. इस दुरुपयोग को रोकने के लिए नए सिरे से स्कीम को डिजाइन किया जा रहा है. 


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