Rajasthan Elections: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) यह दावा कर रहे हैं कि इस बार कांग्रेस (Congress) सरकार रिपीट करेगी क्योंकि 2023 में एंटी इन्कम्बेंसी नहीं बल्कि प्रो-एफिसिएंसी की लहर चल रही है. जबकि विपक्षी बीजेपी (BJP) का दावा है कि इस साल कांग्रेस की सरकार सत्ता से डिलीट हो जाएगी. वहीं, राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि जिस तरह सीएम गहलोत ने बीते कुछ समय में योजनाएं पेश की हैं उसके सहारे दोबारा सत्ता की चाबी उनके हाथ लग सकती है.


सीएम गहलोत यह कहते आ रहे हैं इस बार राजस्थान में सत्ता विरोधी महौल नहीं और जिस तरह की सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाएं वह ला रहे हैं, उसके दम पर वह वापसी करेंगे. इसके अलावा उन्होंने उपचुनावों का भी हवाला दिया है. सीएम गहलोत का कहना है कि कांग्रेस नौ में से सात उपचुनाव जीत चुकी है और कांग्रेस 30 साल पुराना इतिहास बदलेगी और अपनी जीत को दोहराएगी.


इन योजनाओं के दम पर दावा कर रहे हैं सीएम गहलोत
सीएम गहलोत ने महंगाई राहत योजना लेकर आए हैं जिसके तहत मुफ्त इलाज से लेकर 500 रुपये में सिलेंडर दिए जा रहे हैं. इसके आलावा महिलाओं को मुफ्त में मोबाइल की सुविधाएं दी जा रही हैं जबकि 22 लाख किसानों का कर्ज माफ किया गया है. राजनीतिक जानकार मानते हैं इसके दम पर सीएम गहलोत जीत दोहरा सकते हैं.


गहलोत के दावे पर यह बोला विपक्ष
अशोक गहलोत सरकार और राजनीतिक जानकारों के विपरीत विपक्ष का दावा है, कि इस बार सरकार रिपीट नहीं बल्कि डिलीट होगी. सदन में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने दावा किया कि सीएम गहलोत द्वारा शुरू किए गए महंगाई राहत शिविर खाली पड़े हैं और वहां लोगों की मौजूदगी शून्य है. उन्होंने यहां तक आरोप लगाए कि सरकार चुनावी साल में मुफ्त की रेवड़ियां बांट रही है. राजेंद राठौर ने सीएम गहलोत सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर हमला बोला और साथ ही दावा किया कि राजस्थान में मौजूदा सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है.


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