Bundi News: राजस्थान (Rajasthan) के बूंदी में भारी बारिश के चलते केशोरायपाटन, लाखेरी क्षेत्र में मेज व चंबल नदी उफान पर होने के चलते यह क्षेत्र पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में है. यहां केशोरायपाटन, लाखेरी उपखंड के करीब आधा दर्जन गांव पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं. प्रशासन लगातार 12 घंटे से सेना की मदद से लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रहा है. उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत( CM Ashok Gehlot) ने गुरुवार को बूंदी जिले में हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया.
बाढ़ से हर संभव मदद कराने के निर्देश
इधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हवाई सर्वेक्षण के माध्यम से बूंदी जिले के लखेरी, केशोराईपाटन बूंदी शहर का हाल जानने के लिए हेलीकॉप्टर से सुबह जयपुर से रवाना हुए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर सीधे कोटा पहुंचे. जहां संभागीय आयुक्त व प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक लेकर बाढ़ से लोगों को हर संभव मदद कराने के निर्देश दिए गए हैं.
गांव को खाली कराने में जुटे स्थानीय रेस्क्यू टीम
गौरतलब है कि 22 अगस्त से शुरू हुई भारी बारिश के कारण बूंदी शहर से लेकर हर गांव में बाढ़ की बारिश ने ऐसा कहर बरपाया कि गांव के गांव पानी में डूब गए, घर पूरी तरह पानी में डूब गए. कुदरत का कहर कुछ इस कदर था कि मानो पानी की सुनामी आ गई हो. हालांकि जिला प्रशासन ने समय रहते इन गांवों में सेना बुलाकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है. बूंदी में दो सेनाएं, दो एसडीआरएफ कंपनियां और स्थानीय रेस्क्यू टीम गांव को खाली कराने में जुटे हैं.लगातार चंबल वह मेज नदी में उफान आने के चलते जलस्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. बाढ़, बारिश से इन गांव में करीब 200 से अधिक कच्चे-पक्के मकान क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. प्रशासन ने 500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर रेस्क्यू कर पहुंचाया है.
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