Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मिले उपहारों की नीलामी हो गई है. मुख्यमंत्री निवास पर नीलामी का सिलसिला सेवांजलि कार्यक्रम के नाम से आयोजित हुआ. कार्यक्रम का आयोजन भारत सेवा संस्थान ने किया था. चर्चा का विषय बनी नीलामी से इकट्ठा राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जाएगी. मुख्यमंत्री को मिले उपहार और स्मृति चिह्न की बोली करीब 2 करोड़ रुपए लगाई गई. नीलामी से मिला रकम निरोगी राजस्थान के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया जाएगा. अशोक गहलोत के दो बुलडोजर, गांधीजी के मूवमेंट, भगवान की तस्वीरें सहित कई उपहारों की बोली लगाई गई. नीलामी के समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पत्नी सुनीता गहलोत भी मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री को मिले उपहार और स्मृति चिह्न की लगी बोली
नीलामी कार्यक्रम में बोली लग रहे उपहारों का अवलोकन करने दोनों पहुंचे थे. इस मौके पर गहलोत ने नीलामी में हिस्सा ले रहे लोगों का धन्यवाद किया और कहा कि राजस्थान की जनता से मिले स्मृति चिह्न और उपहार से मिलने वाला पैसा जनता के ही काम आएगा. उपहारों की नीलामी के समय गहलोत ने कहा कि देश पर संकट के वक्त आगे बढ़कर मदद करने की हमारी परंपरा रही है. गहलोत ने कहा कि चाइना और पाकिस्तान के साथ युद्ध का समय याद है. उस समय राजस्थान के लोगों ने दिल खोलकर प्रधानमंत्री कोष में देश की मदद की थी. उसी कड़ी में मुख्यमंत्री राहत कोष भी देखा जाता है.
जनता का सम्मान उन्हीं के आएगा काम-अशोक गहलोत
प्रदेश में भूकंप, सुनामी आई, केरल के बाढ़ की बात या जम्मू कश्मीर के बाढ़ की या करगिल युद्ध की बात मुख्यमंत्री राहत कोष से उस समय भी नेहरू की मदद की गई. उस समय भी सहायता देने के लिए इस तरह का कार्यक्रम आयोजित हुआ था और अब 6-7 ऐसे कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं . उन्होंने जनता से सम्मान के रूप में मिले उपहार और स्मृति चिह्न पर खुशी जताई और कहा कि जनता की तरफ से दिया गया सम्मान अब उन्हीं के काम आएगा. उन्होंने एक अच्छा प्रयास बताया है. गहलोत ने भारत सेवा संस्थान का धन्यवाद भी अर्पित किया. नीलामी के दौरान उपहारों को खरीदने वालों का भी गहलोत ने धन्यवाद दिया.