Deepawali 2022: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) दीपावली के पर्व के आयोजन की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय में समीक्षा बैठक की. इसमें सीएम गहलोत ने कहा कि प्रकाश और स्वच्छता का यह पर्व समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द, प्रेम और भाई-चारे का संदेश देता है. कोरोना के पिछले दो साल के बाद इस बार यह पर्व प्रदेशवासियों के लिए उल्लास और खुशियों भरा हो इसके लिए राज्य सरकार आमजन के साथ मिलकर त्यौहार मनाएगी. पूरे प्रदेश में सजावट व रोशनी और विशेष आयोजन किये जाएंगे. ताकि कोविड-19 के कारण फीके हुए त्यौहार में फिर से चमक नजर आए. 


एक लाख तक मिलेगा पुरस्कार
जिला प्रशासन जोधपुर द्वारा शहर के व्यापार मण्डलों, बाजार यूनियनों व अन्य स्टेक होल्डरों की भागीदारी सुनिश्चित करने व प्रोत्साहन के लिए नगद इनाम व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा. नगर निगम उपायुक्त आकांक्षा बैरवा ने बताया कि सर्वश्रेष्ठ बाजार क्षेत्र की साज सज्जा व रोशनी के लिए प्रथम पुरस्कार के रूप में 1 लाख रुपये (1 पुरस्कार), द्वितीय पुरस्कार 50 हजार रुपये (1 पुरस्कार), तृतीय पुरस्कार 25 हजार रुपये (1 पुरस्कार), सांत्वना पुरस्कार 11 हजार रुपये ( 5 पुरस्कार) दिये जाएंगे.


होंगे विभिन्न कार्यक्रम
इस अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं, सभी से अनुरोध है कि जिस तरह कोरोना का हम सभी ने मिलकर सामना किया और पूरे देश में मॉडल स्टेट के रूप में पहचान बनाई, उसी तरह दीपोत्सव में भी हमें शांति, सद्भाव और प्रेम-भाईचारे का संदेश पूरे देश में देना है. हमें एकता का माहौल कायम करने के साथ-साथ दुर्घटनारहित और खुशियों भरा पर्व मनाना है. ‘आओ हम सब मिलकर पर्व मनाएं’ के संकल्प के साथ दीन-दुखियों और अभावग्रस्त लोगों के दुख-दर्द को दूर कर उनके जीवन में उजाला लाने का काम करें. हमारा प्रयास है कि इस दीपावली हर प्रदेशवासी के जीवन में खुशहाली आए. राजस्थान में दीपावली का बड़ा महत्व है. दीपोत्सव में लाखों पर्यटक राजस्थान आते हैं. इसलिए पर्यटन विभाग व जिला प्रशासन दीपदान के लिए स्थान चिन्ह्ति कर कार्यक्रम आयोजित कराएं. स्थानीय कलाकारों द्वारा विभिन्न स्थानों पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी कराएं.


अनाथ बच्चों के साथ मनाएं दीवाली
कोरोनाकाल में हालात मार्मिक रहे जिनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है. उस दौरान सिर से माता-पिता का हाथ खोने वाले बच्चों, आश्रमों में रहने वाले बुजुर्गों, दीन-दुखियों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए प्रयास किए जाएं. दीपोत्सव के दौरान अधिकारी, जनप्रतिनिधि विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर कार्यक्रम आयोजित कर उनके साथ पर्व मनाते हुए उनके चेहरों पर भी खुशियां लाने का प्रयास करें. प्रदेश में असामजिक तत्व किसी अप्रिय घटना को अंजाम नहीं दें, इसके लिए सामाजिक संस्थाओं, कम्यूनिटी पुलिस, जनप्रतिधिगणों का सहयोग लें. प्रदेश में दीपावली पर्व की तैयारियों को लेकर सभी विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. राजकीय भवनों, पर्यटन स्थलों, सार्वजनिक महत्व के स्थानों व धार्मिक स्थलों पर रोशनी, स्वच्छता व्यवस्था और दीपावली से पूर्व ही सड़कों का दुरूस्तीकरण सुनिश्चित किया जाए. घरेलू और व्यापार मंडलों को सजावट के लिए मिलने वाली विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए.


ये विभाग रहेंगे अलर्ट पर
चिकित्सा विभाग आगजनी, सड़क और अन्य दुर्घटनाओं में घायलों को तुरंत उपचार उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करें. अग्निशमन वाहन, एंबुलेंस, चिकित्सक व नर्सिंग स्टॉफ 24 घंटे अलर्ट रहें. विभागीय अधिकारी, सीएमएचओ अस्पतालों का निरीक्षण कर आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करें. ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान चलाकर मिलावटखोरों पर कड़ी कार्रवाई की जाए. बैठक में मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि राज्य की दीपावली बड़ी खूबसूरती से मनाई जाती है. यहां के धार्मिक स्थानों का बड़ा महत्व है. जयपुर में दीपावली पर्व मनाने की तर्ज पर अन्य जिलों में भी व्यापार मंडलों के बीच सजावट के लिए प्रतिस्पर्धा आयोजित की जानी चाहिए. पुलिस अधीक्षक यातायात और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें, ताकि अनहोनी से बचा जा सकें.


ये लोग रहे मौजूद
पुलिस महानिदेशक एम.एल. लाठर ने कहा कि कोविड के बाद धार्मिक स्थलों, मेलों, बाजारों में भीड़ बढ़ी है. पुलिस भीड़ नियंत्रण के पुख्ता इंतजाम करें. जयपुर नगर निगम ग्रेटर व कोटा महापौर सहित विभागीय अधिकारियों व जिला कलेक्टर ने भी तैयारियों के बारे में जानकारी दी. बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अभय कुमार, प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोड़ा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक व जनप्रतिधिगण भी उपस्थित रहे.




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