Rajasthan Government: दिवाली के त्यौहार से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कोटा (Kota) के नागरिकों को विकास कार्यों की सौगात दी. सीएम गहलोत और स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) ने आज 643.10 करोड़ के 21 कार्यों का लोकार्पण और 68 करोड़ के एक कार्य का शिलान्यास किया.


आधारभूत सुविधाओं के विस्तार के साथ इन सभी विकास कार्यों में पर्यटन महत्व को ध्यान में रखते हुए निर्धारित समय में पूरा कराया गया. कोटा शहर में इन कार्यों के पूरा होने से यातायात सुगम हुआ. वहीं स्मार्ट सिटी की परिकल्पना को साकार करते हुए आधुनिक सुविधाओं के साथ पर्यटन की दृष्टि से भी आकर्षक बनाये गये हैं.


मुख्य मार्गों पर सजावटी रोशनी, चौराहों का नया रूप, शहर के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले मार्गों पर कार्य किया गया. इससे रात के समय कोटा आने वाले नागरिकों को ऐतिहासिक शहर का निखरा स्वरूप दिखाई देता है. 


प्रस्तावित लोकार्पण प्रोजेक्ट का विवरण


1. सिटी मॉल फ्लाईओवर- झालावाड़ रोड़ पर यातायात जाम की समस्या के स्थाई समाधान के लिए 650 मीटर की लंबाई में 47 करोड़ की लागत से 4 लेन फ्लाई ओवर का निर्माण करवाया गया है. 
2. इन्दिरा गांधी फ्लाईओवर- कोटा शहर के प्रमुख व्यवसाय केन्द्र गुमानपुरा में आवागमन के दौरान लगने वाले जाम की समस्या के समाधान के लिए 1200 मीटर की लंबाई में 57 करोड़ की लागत से 2 लेन एलिवेटेड रोड़ का निर्माण करवाया गया है.
3. अनन्तपुरा फ्लाईओवर- अनन्तपुरा तिराहे पर यातायात के सुगम संचालन के लिए 530 मीटर की लंबाई में कोटा से झालावाड़ की ओर और 1000 मीटर की लंबाई में भामाशाह मण्डी से कोटा शहर की ओर 65 करोड़ की लागत से दो 2 लेन फ्लाई ओवरों का निर्माण करवाया गया है.


4. महाराणा प्रताप फ्लाईओवर- बूंदी रोड पर महाराणा प्रताप चौराहे पर यातायात जाम की समस्या के स्थाई समाधान के लिए 467 मीटर की लंबाई में 42 करोड़ की लागत से 2 लेन फ्लाई ओवर का निर्माण करवाया गया है. 
5. गोबरिया बावड़ी से नेहरू पार्क तक रोड का नवीनीकरण- रेलवे स्टेशन से झालावाड़ रोड़ पर यातायात को सुगम करने की दृष्टि से 31.50 करोड़ की लागत से कोटा शहर की मुख्य सड़क गोबरिया बावड़ी से नेहरू पार्क तक का विस्तार, सुदृढ़ीकरण, सौन्दर्यकरण और बिजलीकरण किया गया है.
6. अण्टाघर चौराहे पर अंडरपास- अण्टाघर चौराहे पर लगातार यातायात जाम की समस्या से अस्पताल और राजकीय कार्यालयों में आने-जाने में समस्या रहती थी इसके निराकरण के लिए 29 करोड़ की लागत से अंडरपास का निर्माण और सौन्दर्यकरण का कार्य करवाया गया है. 


7. एरोड्राम चौराहे पर अंडरपास- एरोड्राम चौराहे पर यातायात जाम की समस्या के निराकरण के लिए 50 करोड़ की लागत से अंडरपास का निर्माण और सौन्दर्यकरण का कार्य करवाया गया है.
8. गोबरिया बावड़ी अंडरपास- गोबरिया बावड़ी चौराहे पर चारों ओर से आने वाले वाहनों से आये दिन जाम की समस्या का स्थाई निराकरण के लिए 31.50 करोड़ की लागत से अंडरपास का निर्माण और सौन्दर्यकरण का कार्य करवाया गया है.
9. ग्रेड सेपरेटर कोटड़ी रोड़- कोटड़ी चौराहे पर यातायात के सुगम संचालन के लिए 10 करोड़ की लागत से ग्रेड सेपरेटर का निर्माण और सौन्दर्यकरण का कार्य करवाया गया है.


10. गुमानपुरा पार्किंग- शहर के प्रमुख व्यावसायिक केन्द्र गुमानपुरा में पार्किंग की समस्या के निदान के लिए 17 करोड़ की लागत से मल्टीलेवल पार्किंग विकसित की गई है. इस पार्किंग में 288 कार और 428 दुपहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था है. 
11. सरोवर टाकिज आर्य समाज रोड पार्किंग - शहर के प्रमुख व्यावसायिक केन्द्र रामपुरा में पार्किंग की समस्या के निदान के लिए 12 करोड़ की लागत से मल्टीलेवल पार्किंग विकसित की गई है. इस पार्किंग में 173 कार और 132 दुपहिया वाहनो की पार्किंग की व्यवस्था है. 
12. अदालत चौराहा- अदालत चौराहे पर यातायात सुगम करने और पर्यटन की दृष्टि से सौन्दर्यकरण कार्य 12 करोड़ की लागत से कराया गया है. इसमें अदालत चोराहे का विकास, चारों तरफ फसाड़ कार्य और वियतनाम मार्बल पत्थर के चार वृहत कलात्मक नक्कानीशनुमा हाथी इत्यादि का कार्य किया गया है.


13. घोड़े वाले बाबा चौराहा- घोड़े वाले बाबा चौराहे पर यातायात सुगम करने और सौन्दर्यकरण की दृष्टि से 13 करोड़ की लागत से चौराहे का विकास और चौराहे पर बांसवाड़ा मार्बल से 23 मीटर ऊंचे मोनुमेंट का निर्माण किया गया, जिसमें पत्थर की नक्कासी से प्राचीन युद्ध का चित्रण, मार्बल के घुड़सवार, मार्बल के शेर, जालिया, फव्वारे आदि का कार्य किया गया है. 
14. विवेकानन्द चौराहा पर हैरिटेज स्ट्रीट- नयापुरा स्थित विवेकानन्द चौराहे पर यातायात सुगम करने और पर्यटन की दृष्टि से सौन्दर्यकरण कार्य 33 करोड़ की लागत से कराया गया है. इसमें गन मेटल से बनी स्वामी विवेकानन्द की 15 फीट ऊंची मूर्ति, चोराहे के चारों तरफ स्थित भवनों में स्टोन फसाड का कार्य और डेकोरेटिव लाइटिंग का कार्य किया गया है. 
15. महाराव भीमसिंह चिकित्सालय में नवीन ओपीडी ब्लॉक- महाराव भीमसिंह अस्पताल में 40 करोड़ की लागत से भूतल और तीन मंजिला राजस्थानी निर्माण शैली में ओपीडी ब्लॉक का निर्माण किया गया. इस बिल्डिंग में समस्त विभागों की ओपीडी समस्त प्रकार की जांचों, आईसीयू ऑपरेशन थियेटर आदि का प्रावधान किया गया और बेसमेंट में पार्किंग की सुविधा की गई.


16. जेके लोन अस्पताल में नवीन ओपीडी ब्लॉक- जेके लोन अस्पताल में 12 करोड़ की लागत से भूतल और 2 मंजिला नीवन ओपीडी ब्लॉक का निर्माण राजस्थानी शैली में किया गया. इस भवन में पेडियाट्रिक और गायनोकोलोजी विभागो की ओपीडी, जांचें, आईसीयू, ऑपरेशन थियटर आदि का प्रावधान किया गया है. बेसमेंट में पार्किंग की सुविधा की गई है. 
17. जेके लोन अस्पताल में नवीन आईपीडी ब्लॉक- जेके लोन अस्पताल में 18 करोड़ की लागत से भूतल और 3 मंजिला नवीन आईपीडी का निर्माण किया गया. इस भवन में शिशु के उपचार के लिए आधुनिक सुविधाओं युक्त नीकु-पीकु और सामान्य वार्ड में 183 शैययों का प्रावधान है. 
18. सुभाष लाईब्रेरी- रेलवे स्टेशन से निकलते ही पर्यटकों को शहर के ऐतिहासिक स्वरूप को प्रदर्शित करते हुए 4 करोड़ की लागत से रियासत कालीन सुभाष लाईब्रेरी के भवन का जीर्णोद्धार किया गया.


19. राजकीय कॉलेज भवन का नवीनीकरण- रियासत कालीन राजकीय कॉलेज भवन का 4 करोड़ की लागत से जीर्णोद्धार और लाईटिंग का कार्य किया गया. जयपुर के एल्बर्ट हॉल की तर्ज पर दिखाई देने वाला यह भवन पर्यटकों का आकर्षण का केन्द्र बनाया गया है. 
20. महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति- जेडीबी कॉलेज के सामने युवाओं को स्वतन्त्रता आन्दोलन का संदेश देने के लिए 4.6 करोड़ की लागत से स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान किए गए विचार विमर्श को दशार्ते हुए महात्मा गांधी, पं. जवाहर लाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्तिया स्थापित की गई. 


21. एसटीपी बालिता (30 एम.एल.डी.)- चम्बल शुद्धिकरण के लिए नदी में गिर रहे नालों के गंदे पानी के शुद्धिकरण करने के उद्देश्य से 62 करोड़ की लागत से 30 एमएलडी क्षमता का एसटीपी प्लाट बालिता में निर्मित किया गया है.


शिलान्यास कार्य का विवरण


1. एमबीएस अस्पताल में डिलक्स कोटेज वार्ड का निर्माण- महाराव भीमसिंह अस्पताल में आधुनिक सुविधाओं युक्त 68 करोड़ की लागत से बेसमेंट और 5 मंजीला डिलक्स कोटेज वार्ड का निर्माण कार्य प्रगति पर है. जिसमें लगभग 160 बेडों की सुविधा उपलब्ध होगी.


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