Jat Mahakumb 2023: राजस्थान की राजधानी जयपुर में रविवार को जाट महाकुंभ का आयोजन हुआ. इस महाकुंभ में कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया, किसान नेता राकेश टिकैत समेत कई बड़े जाट नेता शामिल हुए. वहीं कार्यक्रम में गहलोत सरकार में वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने भी शिरकत की. अपने संबोधन में दिए गए बयान से हेमाराम ने सभी को हैरान कर दिया.
'मंत्रियों के हाथ में कुछ नहीं'
दरअसल, जाट महाकुंभ में भाषण देते हुए मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा, "आप कहते हैं कि मंत्रियों को काम करना चाहिए. मंत्री के हाथ में कुछ होगा तो वह काम करेगा. अगर मंत्रियों के हाथ में ही कुछ नहीं होगा तो मंत्री क्या काम करेगा. आज मंत्रियों के हाथ में कितना है और कितना नहीं है ये वो मंत्री जानते हैं. ये बात सार्वजनिक रूप से कहने की नहीं है, लेकिन जितना कुछ हाथ में है उसमें करने के कोशिश करते हैं."
वहीं इस महाकुंभ में सबसे ज्यादा चर्चा रही कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के नए संकल्प और बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया के शेर की. दरअसल, इन दोनों अध्यक्षों के बातों के अलग-अलग राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. वहीं राकेश टिकैत ने कहा कि ऐतिहासिक जाट महाकुंभ में हिस्सा लिया और महाकुंभ को सम्बोधित किया. इस ऐतिहासिक महाकुंभ में पहुंचने पर आप सभी किसान बिरादरी के सरदारों और सामाजिक पृष्ठभूमि से जुड़े लोगों का धन्यवाद. ये संघर्ष किसान, मजदूर, गरीब, गांव और समाज के लिए ऐसे ही जारी रहेगा. इसके साथ ही कई और दिग्गज जाट नेता मंच पर मौजूद रहे.
गोविंद सिंह डोटासरा ने किया एलान
राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने एक नए संकल्प का एलान कर दिया है. उन्होंने कहा कि हमारा वजूद अपने समाज की वजह से है. हम सबको आज यहां संकल्प लेना चाहिए कि हम कभी कोई ऐसा काम नहीं करें जिससे समाज का नाम खराब हो या समाज को नुकसान हो. उन्होंने कहा कि जाट महाकुंभ के मंच से संकल्प लेता हूं कि समाज का होने वाला काम संज्ञान में आएगा तो 100 प्रतिशत होगा. उन्होंने कहा कि जाट महाकुंभ में संकल्प लीजिए कि जो भी जिस ओहदे पर हैं, वो समाज के हर व्यक्ति का न्यायोचित काम करेगा और पूरी शक्ति के साथ उसकी सहायता करेगा. हम किसान कौम से आते हैं, हमारे समाज का दायित्व है कि 36 कौम को साथ लेकर चलें तभी सर्व समाज का कल्याण होगा.
पूनिया ने सुनाया ये शेर
वहीं बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि यह सदी किसान कौम की है, हम सब लोग मिलकर, मजबूत ताकत बनकर कौम की प्रतिष्ठा और सम्मान को आगे बढ़ाएंगे. जयपुर में आयोजित जाट महाकुंभ में सम्मिलित होने का गौरव प्राप्त हुआ. लेकिन इसके साथ पूनिया का यह शेर बहुत चर्चा में है. उन्होंने कहा कि हम किसी से कम नहीं. उन्होंने कहा कि आपके बारे में किसी कवि ने कहा है कि हम उछलते हैं तो आसमा उछलता है, जब हम मचलते है तो तूफान मचल उठते हैं, हमें बदलने की कोशिश न कर जमाने, जब हम बदलते हैं तो इतिहास बदल उठते है. उन्होंने यह भी कहा कि जाट का काम ऊपर चढ़ने का है नीचे उतरने का काम किसी और का है.
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