Rajasthan Elections: विधि निर्माताओं के दलबदल से राजनीतिक दलों में मचे हड़कंप के बीच, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और अन्य नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. सीएम गहलोत ने शनिवार को कहा कि खरीद-फरोख्त ने लोकतंत्र के मूलभाव को प्रभावित किया है और इसे प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए. सीएम गहलोत ने यहां राष्ट्रीय विधि निर्माता सम्मेलन (National Legislators Meet) को संबोधित करते हुए कहा कि खरीद-फरोख्त न केवल किसी एक पार्टी के लिए बल्कि सभी के लिए चिंता का विषय होना चाहिए. 


सीएम गहलोत ने सम्मेलन को डिजिटल रूप से संबोधित करते हुए कहा, 'कई बार लोग लालची हो जाते हैं और पार्टी बदल देते हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए. इससे युवाओं में गलत संदेश जाता है.' उन्होंने कहा, लोकतंत्र में हम विपक्ष के दुश्मन नहीं हैं लेकिन हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अपनी विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध रहें और दल बदलने के बारे में कभी न सोचें. पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी दल-बदल विरोधी कानून पर चिंता व्यक्त की और कहा कि अगर विधायक अपनी राजनीतिक निष्ठा बदलना चाहते हैं तो उन्हें पहले इस्तीफा दे देना चाहिए. नायडू ने दल-बदल विरोधी कानून की समीक्षा का भी आह्वान किया क्योंकि इसके कई प्रावधानों की उपयोगिता समाप्त हो चुकी है.


सीएम गहलोत ने कार्यक्रम को लेकर दी यह जानकारी
सीएम गहलोत ने इस कार्यक्रम को लेकर एक ट्वीट भी किया, 'लोकतंत्र के सशक्तिकरण व सुशासन सुदृढ़ीकरण के उद्देश से मुंबई में आयोजित त्रिदिवसीय राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधन किया. इस कार्यक्रम में विधानसभा की परम्पराओं, नियम व जनहित के महत्वपूर्ण मुद्दों पर विमर्श हुआ.' उल्लेखनीय है कि राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं जिसको लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों की तरफ से तैयारियां तेज हो गई हैं. सीएम गहलोत अपनी नई योजनाएं के प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं तो विपक्षी बीजेपी उनमें खामियां ढूंढकर सरकार को निशाना बना रही है. 


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