Jaipur News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) आज राजस्थान पुलिस एकेडमी (Rajasthan Police Academy) के दीक्षांत परेड में शामिल होने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदेश में अपराध के आंकड़े बढ़ने के पीछे कम्पल्सरी एफआईआर (Compulsory FIR) को कारण बताया. इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराधों के आधे से ज्यादा केसों के झूठा होने का दावा किया. गहलोत ने कहा- 'यहां पर क्राइम कंट्रोल में है. रेप की घटनाएं कौन करता है, कोई विदेशी आता है क्या? अधिकांश घटनाएं परिवार के जान पहचान वाले करते हैं, उनके रिलेटिव करते हैं. परिवार के मिलने वाले होते हैं, जान पहचान वाले होते हैं. रिश्तेदार होते हैं. अधिकांश जगह वो ही करते हैं.'
महिलाओं के खिलाफ क्राइम आधे से ज्यादा झूठे
सीएम ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ जो क्राइम हैं उनमें 56 फीसदी से ज्यादा मामले झूठे हैं. गहलोत ने कहा कि झूठे मुकदमे दर्ज हो रहे हैं. हमने उनके खिलाफ कार्रवाई भी शुरू कर दी है. सीएम गहलोत ने कहा की डीजीपी मेरे पास ही खड़े हैं, डीजीपी से मैं यह कहना चाहूंगा कि ऐसे लोग जो झूठे मुकदमे दर्ज करवाते हैं, उन्ह लोगों को हमें छोड़ना नहीं चाहिए. झूठे मुकदमे करवाने वालों के खिलाफ संगीन केस हो और उसे लॉजिकल अंत तक लेकर जाएं, ताकि और लोग ऐसा करके प्रदेश को बदनाम करने की हिम्मत नहीं करें.
विपक्षी पार्टी के लोग ऐसी अफवाहें फैलाते हैं
सीएम गहलोत बोले - विपक्षी पार्टी के लोग ऐसी अफवाहें फैलाते हैं कि क्राइम बढ़ गया. वे नेता एनसीआरबी की रिपोर्ट का पहले पेज का पैरा पढ़ लें. अगर उनमें सच्चाई है तो उनकी बोलती बंद हो जाएगी। एनसीआरबी की रिपोर्ट के शुरू में ही लिखा है कि हर स्टेट की अलग अलग हालात और अप्रोच होती है. क्राइम के डेटा को आप क्राइम बढ़ना नहीं मान सकते. इतनी अच्छी तरह से लिखा हुआ है, फिर भी इन्हें समझ नहीं आता. बेवजह स्टेट को बदनाम करते हैं. क्राइम के आंकड़े राज्यों से जाते हैं. हम भेजते हैं, वहीं तो एनसीआरबी में जाते हैं.
क्या कहती है एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट
एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार रेप केस के मामले में राजस्थान पहले स्थान पर है. रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में प्रतिदिन 17 महिलाओं और युवतियों से रेप होता है. राजस्थान में साल 2021 में रेप के इतने केस दर्ज हुए हैं, जितने तीन बड़े राज्यों में मिलाकर भी दर्ज नहीं हुए. राजस्थान में साल 2021 में कुल 6,337 रेप के मामले सामने आए, जो साल 2020 के 5,310 के मुकाबले एक हजार ज्यादा हैं. रिपोर्ट के मुताबिक 2020 और 2021 में राजस्थान में सबसे अधिक रेप के मामले सामने आए हैं. एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में वर्ष 2020 और 2021 में दुष्कर्म के सबसे ज्यादा प्रकरण दर्ज हुए यहां दुष्कर्म के कई मामलों में पीड़ित बच्चियों, युवतियों और महिलाओं के नजदीकी अथवा परिचित व्यक्ति का ही हाथ रहा है. नजदीकी रिश्तेदारों ने नशे में या शादी करने का झांसा देकर दुष्कर्म की वारदातों को अंजाम दिया. करीब 90 फीसदी केसों में अपनों का ही हाथ रहा है.
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