Invest Rajasthan Summit 2022: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार प्रदेश में इंडस्ट्री और रोजगार के लिए इन्वेस्टमेंट लाने के लिए प्रयासरत हैं. इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देने के लिए पहले भी उधमियों को कई तरह की छूट दे चुके हैं. निवेश को बढ़ावा देने के लिए 2 दिन की 'इन्वेस्ट राजस्थान समिट' शुरू हो गया है. इस समिट में विश्वभर के करीब 3 हजार से ज्यादा उद्योगपति शामिल हो रहे हैं. दो दिन तक आयोजित होने वाले इस मेगा बिजनेस इवेंट में शामिल होने के लिए अडानी ग्रुप के गौतम अडानी, वेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल भी पहुंचे.कांग्रेस पार्टी व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निशाने पर हमेशा रहने वाले गौतम अडानी कल राजस्थान में इन्वेस्टमेंट करने के फैसले के बाद चर्चाएं जोरों पर हैं. 


समिट उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "हमारे राजस्थान में अकाल सूखे पड़ते थे, शेखावाटी से कई लोग पलायन करके गए थे, जो आज देश दुनिया में अपने उद्योगों से आर्थिक स्थिति में सहयोग कर रहे हैं. हमारे उद्योगपति पूरी दुनिया मे छाए हुए हैं." उन्होंने वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड के चेयरमैन अनिल अग्रवाल को राजस्थान में सेमीकंडक्टर चिप की इंडस्ट्री लगाने के लिए भी निमंत्रित किया. अशोक गहलोत ने कहा कि जितने भी एमओयू हुए हैं उन्हें वास्तविकता में बदलने का प्रयास किया जाए. 


'छूट को बढ़ाकर किया पांच साल'
सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान में इन्वेस्टमेंट बढ़ाने के लिए हमने उद्यमियों को कई तरह की छूट पहले ही दे रखी है पहले हमने बजट में घोषणा करते हुए होटल और टूरिज्म डिपार्टमेंट को उद्योगों में शामिल किया है. वहीं इंडस्ट्रीज के उद्यमियों के लिए हमने सरकार की ओर से तीन साल तक बिना किसी परमिशन के काम करने की छूट दे रखी थी, उसको हमने अब 5 साल कर दिया है. उसके पश्चात एकल खिड़की के द्वारा एक ही जगह से सभी तरह की परमिशन उद्यमियों को मिल जाएगी.


'पहले राजस्थान से लोग करते थे पलायन' 
सीएम गहलोत ने कहा, ''गौतम भाई जो गुजरात की बात कर रहे थे अभी, आजादी से पहले से ही गुजरात सक्षम रहा है. गुजरातियों का माइंड ही व्यापारिक रहा है, इसलिए सक्षम राज्य रहा है. आर्थिक रूप से संपन्न राज्यों में महाराष्ट्र, गुजरात हमेशा रहे हैं. कई बड़े उद्योगपति उस जमाने में भी रहे हैं. बाद में धीरूभाई अंबानी आ गए अब गौतम भाई आ गए. गुजरात का अपना औरा अलग रहा है. मैं कहना चाहूंगा कि राजस्थान में अकाल-सूखे पड़ते रहे हैं, सदियों से. पलायन होता था यहां से. पशुओं के पानी की व्यवस्था करो. रोजगार की व्यवस्था करो. चारे का प्रबंध करो पशुओं के लिए. क्या क्या नहीं होता था, मैंने बचपन से देखा है. राजस्थान के लोगों की हिम्मत की दाद देनी चाहिए. आज तो नाम सुनते हैं कि गौतम अडानी का दुनिया के दो अमीर लोगों में आ गया है, बधाई के पात्र हैं आप.''


सीएम गहलोत ने आगे कहा कि देश के अधिकतर बड़े घराने राजस्थान से ही हैं और सूखे-अकाल की वजह से राजस्थान से बाहर निकले. उन्होंने कहा, ''हमारी सूखे अकाल की धरती थी, फिर भी देश को बहुत कुछ देने का प्रयास किया. घनश्याम दास बिड़ला जी गांधी जी के सबसे विश्वासपात्रों में से थे, जमुना बजाज, जिन्होंने सेवाग्राम आश्रम बनवाया गांधी जी के लिए, राजस्थान के शेखावटी थे. जितने भी बड़े-बड़े घराने हुए हैं देश के अंदर चाहें वो बिड़ला, बांगड़, पोद्दार, गोयनका, सिंघानिया, अग्रावल, सभी राजस्थान के शेखावटी थे. अकाल सूखे का मुकाबला करने गए थे, खाली हाथ गए थे और पूरे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया. आज भी छाए हुए हैं.''


CM लॉन्च करेंगे RIPS-2022
CM गहलोत गहलोत और राजस्थान की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने इंडस्ट्रियल यूनिट, नए इंडस्ट्रियल एरिया का उद्घाटन और राजस्थान इन्वेस्टमेंट प्रमोशन स्कीम-2022 (रिप्स-2022) लॉन्च की. JECC परिसर में ही जस्टिस दलवीर भंडारी, जस्टिस आरएम लोढ़ा, एलएन मित्तल, शीन काफ निजाम, अनिल अग्रवाल और केसी मालू को राजस्थान रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.


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