Jaipur News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चिकित्सा विभाग द्वारा संचालित ‘शुद्ध आहार, मिलावट पर वार’ अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि मिलावटखोरों द्वारा राज्य की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सीएम ने कहा कि मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग के अधीन संचालित राजस्थान मेडिकल काउंसिल, पैरा मेडिकल काउंसिल सहित अन्य सभी संस्थाओं के कामकाज की नियमित समीक्षा की जानी चाहिए.


किसी भी तरह की अनियमितता पाई जाने पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए. इतना ही नहीं व्यवस्थाओं में सुधार के लिए तकनीकी प्रयोग किए जाने की बात कही है. वही , पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग की टीम ने खूब छापेमारी की है. जिसमें कई बड़े संस्थानों पर कार्रवाई हुई है.


स्वास्थ्य विभाग में भर्ती पर काम


चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगभग 48 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया मिशन मोड़ पर चल रही है. अब तक लगभग 8 हजार पदों पर नियुक्तियां दी जा चुकी हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग में खाली पड़े पदों पर आवश्यकतानुसार चरणबद्ध रूप से भर्ती की जाए तथा न्यायालय में लंबित मामलों का शीघ्र निस्तारण करवाकर नियुक्तियां दी जाए. उपचुनाव के दौरान रोजगार का मुद्दा खूब छाया रहा. जिसे लेकर सरकार गंभीर है.


जिलों में कैसे हो काम?


मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि छोटे शहरों और कस्बों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेशभर में आयुष्मान मॉडल सीएचसी बनाने का निर्णय लिया है. इससे न केवल निचले स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी, बल्कि बड़े अस्पतालों का भार भी कम होगा. उन्होंने अधिकारियों को इन मॉडल सीएचसी का काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए.


आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत निःशुल्क इलाज उपलब्ध और पीडियाट्रिक पैकिज शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचालित सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में प्रमुख 12 सेवाएं मिलना सुनिश्चित किया जाए.


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